बुजुर्ग मां ने बेटे पर किया 7 साल पुराना केस वापस लिया, कहा - आखिरी वक्त बेटे संग गुज़ारूँगी!

बुजुर्ग मां ने बेटे पर किया 7 साल पुराना केस वापस लिया, कहा - आखिरी वक्त बेटे संग गुज़ारूँगी!

संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद, न्यायमूर्ति ने करवाया समाधान

सगरामपूरा में एक 85 वर्षीय माता ने अपने सगे पुत्र के खिलाफ सात साल पहले किया हुआ हिसा के खिलाफ रक्षा का केस वापिस ले लिया है। माता और पुत्र के बीच हो रहे इस कानूनी जंग का समाधान के माध्यम से निकाल आया था। जिसके बाद वह ज़िंदगी के अंतिम पल अपने पुत्र के साथ रहने को तैयार हुई है। 
पुत्री के साथ रहती थी 85 वर्षीय कविता बेन
सगरामपूरा में रहने वाली 85 वर्षीय विधवा कविताबेन जिनके पति नटवरभाई की मृत्यु साल 1988 में ही हो गई थी। जिसके बाद विधवा वृद्धा अपनी पुत्री के साथ रहती थी। पति की मौत के बाद कविता बेन ने अपने पति के नाम चल रही दूध की एजंसी अपने पुत्र के नाम कर दी थी। इसके अलावा उन दोनों के बीच संपत्ति को लेकर भी काफी विवाद चल रहा था। इस कारण ही वृद्धा ने अपने पुत्र के खिलाफ हिंसा के खिलाफ रक्षण का केस दर्ज किया था। 
पिछले सात साल से चल रहे इस कानूनी जंग को खत्म करने के लिए न्यायमूर्ति के एन राठौड़ ने मिडीएशन की प्रक्रिया का सहारा लिया था और समाधान द्वारा इस केस का निकाल लाने के लिए प्रयास शुरू किए थे। इस प्रक्रिया में माता ने अपने अंतिम दिन पुत्र राजेश के साथ रहने की इच्छा दिखाई थी। वहीं पुत्र राजेशभाई ने भी अपनी माता की सेवा करने की तैयारी दिखाई थी। जिसके चलते माता और पुत्र के बीच चल रहे कानूनी जंग का अंत आया था। 
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