सूरत : एसिड अटैक की वो रात ये युवा डॉक्टर कभी नहीं भूलेगा, पिता ने परिवार के सदस्यों पर किया था हमला

सूरत : एसिड अटैक की वो रात ये युवा डॉक्टर कभी नहीं भूलेगा, पिता ने परिवार के सदस्यों पर किया था हमला

क्रूर पिता ने माता सहित सभी भाई बहनों पर फेंका तेजाब, स्मीमेर अस्पताल से पास की एमबीबीएस की परीक्षा

साल 2019 के अगस्त महीने में वराछा में पिता द्वारा परिवार के पाँच सदस्यों द्वारा एसिड अटैक की घटना आज भी समाज और शहर की यादों में ताजा हैं। इस घटना का भोग बने हुये पुत्र भार्गव वाला ने पूर्ण मनोबल, दृढ़ संकल्प के साथ अपना एमबीबीएस की पढ़ाई पूर्ण की हैं। 
उस दिन को याद करते हुये भार्गव कहते हैं "8 अगस्त की वह रात में कभी नहीं भूलूँगा। पिता ने आधी रात चारों भाई बहन और माँ पर तेजाब से हमला कर दिया। पूरे घर में लोग चिल्ला रहे थे, मानो सारे घर में मौत घूम रही थी। पिता की क्रूरता के कारण हम चारों भाई बहन कई जगह जल गए थे और माता की मौत हो गई थी। हालांकि फिर भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई पूर्ण करके अपनी मम्मी का सपना पूर्ण किया हैं।" 
स्मीमेर अस्पताल से पास की परीक्षा
एसिड अटैक की घटना का भोग बने भार्गव ने महानगर पालिका संचालित स्मीमेर अस्पताल में से फ़ाइनल परीक्षा में से 57.55 प्रतिशत के साथ पूर्ण किए हैं। भार्गव की इंटर्नशिप के अभी 6 महीने बाकी हैं। जिसके बाद भार्गव अब एम.एस. यानि की मास्टर ऑफ सर्जरी की पढ़ाई करने की इच्छा रखते हैं। उस समय की स्थिति और आज की स्थिति के बारे में बताते हुए भार्गव कहते हैं कि उस घटना के 25 दिन बाद माँ ने अस्पताल में रहकर ही अपने प्राण त्याग दिये। इसके अलावा बड़ी बहन कि आँख और शरीर के कई हिस्से जल गए थे। वह खुद 55 प्रतिशत तक जल गए थे।  
भार्गव को देते थे हमेशा जान से मारने की धमकी
भार्गव बताते हैं कि उस दिन पापा 3 लीटर तेजाब लेकर आए थे और चुपके से उसे उन्हों ने कही छीपा दिया था। आधी रात को उन्होंने सबसे पहले मुझ पर और फिर अन्य सभी के ऊपर तेजाब फेंका था। वह हमेशा से मुझे कहते थे कि वह मुझे मार कर एक मिसाल कायम करेंगे कि एक पिता भी अपने बेटे को मार सकता हैं। हालांकि अब यह सब पीछे रह गया है अब मैं एम.एस. प्रवेश लूँगा और अपने भाई और बहन को संभालुंगा। 

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