गुजरात : वापी की कंपनी में आग लगने के दो दिन बाद मलबे में मिले तीन मजदूरों के शव

गुजरात  : वापी की कंपनी में आग लगने के दो दिन बाद मलबे में मिले तीन मजदूरों के शव

घटना के एक दिन बाद भी जब मजदूर घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने कंपनी मैनेजर और पुलिस को सूचना दी

 वापी जीआईडीसी में सुप्रीत केमिकल कंपनी में आग लगने की घटना में घंटों मशक्कत के बाद मलबे के नीचे से तीन मजदूरों के अधजले शव मिले। घटना के एक दिन बाद भी जब मजदूर घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने कंपनी मैनेजर और पुलिस को सूचना दी। इसलिए पुलिस की मौजूदगी में कंपनी की जांच के दौरान कंपनी के मलबे के नीचे तीन मजदूरों के अधजले शव मिले। हालांकि घटना की शुरुआत से ही तीन कर्मचारी लापता बताए जा रहे थे, लेकिन कंपनी प्रबंधन ने इस घटना को चुपचाप दबाने की कोशिश की।

घर नहीं लौटे तो परिजनों ने पुलिस को सूचना  दी


हालांकि जब मजदूर एक दिन तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने पुलिस को सूचना भी दी। इसलिए पूरे मामले का खुलासा हो गया है। इसलिए अब वापी जीआईडीसी पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई की है। विवरण के अनुसार शुक्रवार को वापी जीआईडीसी के तीसरे चरण में स्थित सुप्रीत केमिकल कंपनी में विस्फोट के साथ ही आग लग गई थी। इस घटना में पूरी कंपनी आग की लपटों में घिर गई और वापी जीआईडीसी के आसपास से 10 से अधिक दमकलकर्मियों की टीमों ने आग बुझाने की कोशिश की।


कंपनी के मलबे के नीचे तीन मजदूरों के अधजले शव मिले


अंतत: काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, हालांकि रात की ड्यूटी पर तैनात 3 कर्मचारी घटना के बाद से लापता हो गए। हालांकि शुरुआत में कंपनी प्रबंधन ने मामले को चुपचाप दबाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की मौजूदगी में जांच के दौरान कंपनी के मलबे के नीचे तीन मजदूरों के अधजले शव मिले। 
इसलिए वापी जीआईडीसी थाने में इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की गई है और आगे की जांच जीआईडीसी पुलिस कर रही है। इस प्रकार, वापी जीआईडीसी की कंपनी में आग लगने की घटना के घंटों बाद मलबे के नीचे से मोहम्मद असलम मोहम्मद वाहिद, राजू लक्ष्मण प्रसाद प्रजापति और अनिल फोजदार प्रसाद जायसवाल नामक तीन श्रमिकों के अध जले शवों के मामले को छिपाने की कंपनी संचालकों ने कोशिश की। हालाकि कंपनी संचालकों का पाप सिर चढ़कर बोलने लगा पूरा घटना बाहर आते ही  अब वापी जीआईडीसी पुलिस ने मजदूरों के शवों का पोस्टमॉर्टम समेत कार्रवाई की है।
Tags: 0