गुजरात : दिव्यांग ने नदी में छलांग लगा खुदकुशी कर ली थी; प्रशासन शववाहिनी की व्यवस्था भी न कर सका और मृतदेह लारी पर लाद कर ले जाना पड़ा!

गुजरात : दिव्यांग ने नदी में छलांग लगा खुदकुशी कर ली थी; प्रशासन शववाहिनी की व्यवस्था भी न कर सका और मृतदेह लारी पर लाद कर ले जाना पड़ा!

इसे समाज की दुर्दशा कह लीजिये या फिर प्रशासन की लापरवाही पर हकीकत तो ये है कि यहाँ लोगों को मरने के बाद एम्बुलेंस भी उपलब्ध नहीं हो रही है। बीते दिनों छत्तीसगढ़ से एक दस वर्षीय मासूम के मरने पर उसके पिता द्वारा उसे कंधे पर अस्पताल से घर लाने का मार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा हुआ था। लोग अभी उसे भूल भी नहीं पाए थे कि अब एक ऐसा ही मामला गुजरात में देखने को मिला जहाँ अमरेली जिले में कल एक गरीब लकवाग्रस्त व्यक्ति ने वाडिया सुरवो नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी मशक्कत के बाद विकलांग व्यक्ति का शव बाहर निकाला जा सका। जब शव बाहर आ गया तो शव को ले जाने के लिए कोई एम्बुलेंस नहीं मिला। एक गरीब की लाश को तीन पहिया साइकिल में ले जाना पड़ा। इस घटना का मार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
इस घटना के बाद अब अमरेली जिला प्रशासन और सरकार की आलोचना हो रही है। व्यवस्था की घोर लापरवाही का लाल बत्ती जैसा मामला सामने आया है। काफी कोशिश के बाद भी जब कोई एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हुई तो मजबूर होकर मृतक के परिजन मृतक के शव को तीन पहिया साइकिल में ले गए। मामले में सबसे हैरानी और शर्मनाक बात ये है कि मामलातदार, पुलिस समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद शव को तीन पहिया साइकिल लॉरी में ले जाना पड़ा। 
मृतक के भाई ने बताया कि शव तीन पहिया साइकिल लॉरी में लाया गया था। वाडिया के वर्टिकल मार्केट से एक साइकिल लॉरी में लाश ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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