गुजरात की सीमाओं पर नहीं है चौकसी, पड़ौसी राज्यों से आसानी से घुसती है अवैध शराब, जानें आधिकारिक आंकड़ा

गुजरात की सीमाओं पर नहीं है चौकसी, पड़ौसी राज्यों से आसानी से घुसती है अवैध शराब, जानें आधिकारिक आंकड़ा

बीते दो साल में चेक पोस्ट पर केवल 8.50 करोड़ रुपये की शराब जब्त की जा सकी जबकि 250 करोड़ रुपये की शराब की हुई तस्करी

गुजरात में सम्पूर्ण शराबबंदी है। इस राज्य में शराब खरीदना-बेचना सब प्रतिबंधित है। ऐसे में पिछले दो वर्षों में राज्य पुलिस ने पडोसी राज्यों राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित चेकपोस्टों पर जाँच के दौरान 8.03 करोड़ रुपये कीमत वाली 4.15 लाख विदेशी शराब बोतल और 43.22 लाख रुपये की 1.04 लाख बोतल बीयर जब्त की है। गुजरात सरकार ने सवाल-जवाब सत्र के जरिए इन ब्योरों को विधानसभा के रिकॉर्ड में प्रस्तुत किया है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पंद्रह दिन पहले गुजरात में दो साल में 250 करोड़ रुपये की शराब जब्त की गई थी। दूसरे शब्दों में, इस चेक पोस्ट पर केवल 8.50 करोड़ रुपये की शराब जब्त की जा सकी जबकि 250 करोड़ रुपये की शराब की जाँच होने के बाद बाद भी वहां से गुजरात में तस्करी हो गई थी।
ऐसे में अब इन ब्योरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार की पुलिस और आरटीओ चेक पोस्ट के बारे में कितनी जागरूक हैं। कांग्रेसियों ने चेकपोस्ट पर कितनी शराब जब्त की इसका ब्योरा मांगा, लेकिन उसकी कोई चर्चा नहीं हुई। दो साल की अवधि के दौरान सबसे अधिक संख्या में शामलाजी चेकपोस्ट से 2.32 लाख बोतल विदेशी शराब और 16,000 से अधिक बोतल बीयर जब्त की गई। दाहोद में पटवेल और कंकनखिला और छोटा उदयपुर में रेंधा चेकपोस्ट से पिछले दो वर्षों में कोई शराब जब्त नहीं की गई है।
इस बीच, गुजरात सरकार ने अब तक चेकपोस्ट से शराब तस्करी के आरोप में कुल 667 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 135 आरोपी अभी भी पुलिस हिरासत से बाहर हैं। हैरानी की बात यह है कि ये लोग दो साल से गुजरात पुलिस द्वारा तलाशी और रात में गश्त कर रहे हैं लेकिन ये पकड़े नहीं गए हैं।