गुजरात : बकरी चरा रहा था, ट्रेक पर ऐसा कुछ नजर आया कि लाल कपड़ा लहराते हुए मालगाड़ी रोकने पटरी पर दौड़ लगा दी!

गुजरात : बकरी चरा रहा था, ट्रेक पर ऐसा कुछ नजर आया कि लाल कपड़ा लहराते हुए मालगाड़ी रोकने पटरी पर दौड़ लगा दी!

गुजरात के दाहोद जिले में एक युवक की सतर्कता के कारण एक बड़ी ट्रेन दुर्घटना टाली जा सकी थी। दाहोद जिले के लिमखेड़ा इलाके में रहने वाले 25 वर्षीय राकेश जो कि ट्रेक के करीब ही अपनी बकरीयों को चारा खिला रहा था, उसने देखा कि रेलवे ट्रेक एक जगह से टूटा हुआ है। जिसके चलते दूसरी और से आ रही मालगाड़ी को रोकने के लिए उसने लाल कपड़ा लेकर गाड़ी को रोकने का प्रयास भी किया था। इस तरह से सामने से लाल कपड़ा लेकर दो लोगों को आते देख लोको-पायलट ने इमर्जन्सी ब्रेक लगाया। पर इसके बावजूद गाड़ी के दो से तीन वेगन उस ट्रेक पर चढ़ गए थे। जब लोको-पायलट ने इसकी वजह पूछी तो उन्होंने सारी हकीकत बताई। दरअसल उसरा और मंगल महुदी के बीच कि रेलमार्ग पर से डाउन लाइन पर गुजरने वाली गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन के गुजरने के चलते ट्रेक पर लगी हुई फिश प्लेट के बोल्ट खुल गए थे, जिसे राकेश ने देखा। राकेश ने तुरंत ही अपने पिता दीपसिंग को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने रेलवे कर्मचारियों का संपर्क करने कि कोशिश की। पर वह कर्मचारियों का संपर्क करने की कोशिश में नाकाम रहे। जिसके चलते दोनों पिता और पुत्र लाल रंग का कपड़ा लेकर ट्रेन की और भागने लगे थे। जैसे ही अधिकारियों की इसकी जानकारी मिली उच्च अधिकारियों की टीम तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंची और तेजी से ट्रेक फ्रेकचर को सही किया। हालांकि इन सभी के कारण रेलवे का डाउन ट्रेक दो घंटे के लिए प्रभावित हुआ था। घटना के दो दिन बाद बुधवार को चरवाहे राकेश बरिया को रतलाम मंडल के रेलवे अधिकारियों ने 5,000 रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।


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