गुजरात के इस छोटे से गांव में आज भी स्व. लता मंगेशकर की दान की सांई बाबा की मूर्ति की पूजा होती है!

गुजरात के इस छोटे से गांव में आज भी स्व. लता मंगेशकर की दान की सांई बाबा की मूर्ति की पूजा होती है!

भारत रत्न स्वरसाम्राज्ञी लता मंगेशकर की मृत्यु से पूरे देश में हर कोई उदास है। हालांकि गुजरात के अमरेली जिले में आया मोरंगी नामक गाँव के लोगों में लता दीदी  के स्वर्गवास के कारण एक अलग ही दुख है। मोरंगी नामक इस गाँव में लता दीदी ने एक साईं बाबा की मूर्ति भेंट की थी। उस भेंट को आज तक गाँव वालों ने सँभाल कर राखी है, मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा गाँव के मंदिर में भी की गई है।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, लता मंगेशकर के साथ सालों तक निजी सलाहकार के तौर पर काम करने वाले महेश राठोड के कारण लता दीदी इस गाँव के संपर्क में आई थी। इसके बाद उन्होंने कभी भी गाँव की और अपनी पीठ नहीं दिखाई। मात्र साईंबाबा ही नहीं, तकरीबन 21 साल पहले उन्होंने एक सरस्वती माता की मूर्ति भी स्कूल के छात्रों को अर्पित की थी। 
लता दीदी द्वारा जो मूर्ति मंदिर के लिए दी गई थी, वह राजस्थान में बनकर आई थी और सबसे पहले लता मंगेशकर के घर ही उसकी पुजा हुई थी। उसके बाद मूर्ति को मोरंगी गाँव को अर्पित कर दिया गया, जहां उसकी धूमधाम से प्राण प्रतिष्ठा की गई। आए दिन मूर्ति के दर्शन करने के लिए लता दीदी वीडियो कॉलिंग के जरिये बात करते। 
यही नहीं गाँव के सरपंच ने भाणजीभाई राठोड ने बताया 26 जनवरी और 15 अगस्त के दिन भी गाँव के बच्चों से बात करते थे और उनके अंदर राष्ट्रभक्ति और संस्कारों का सिंचन करने का प्रयास करती थी। c