अब बच नहीं पाएंगे गुनहगार, फेस रिकोग्निजेशन प्रोग्राम से अब एक क्लिक पर सामने आएगी पूरी कुंडली

अब बच नहीं पाएंगे गुनहगार, फेस रिकोग्निजेशन प्रोग्राम से अब एक क्लिक पर सामने आएगी पूरी कुंडली

मात्र फोटो खींचने पर ही दिखाई देंगे व्यक्ति के खिलाफ दर्ज सारे केस, लापता व्यक्तियों को ढूंढने में भी होगा काफी सहायक

गुजरात में बढ़ रहे गुनाहों को बढने से रोकने के लिए राज्य के गृह विभाग द्वारा नए प्रोजेक्ट शुरू किए गए है। गुनहगारों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए गृह विभाग द्वारा फेस रिकोग्निजेशन प्रोग्राम अपने अंतिम चरण में काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत पुलिस के मोबाइल फोन में फेस रिकोग्निजेशन एप्लिकेशन दिया जाएगा। इस्स एप्लिकेशन की एक क्लिक से ही आरोपी की सभी जानकारी सामने आ जाएगी। इसके अलावा किसी भी लापता व्यक्ति या मृतदेह के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। 
पिछले कई समय से गुजरात पुलिस द्वारा विभिन्न गुनाहों को रोकने के लिए तकनीक का भरपूर मात्रा में इस्तेमाल किया गया है। गृह विभाग द्वारा फेस रिकोग्निजेशन एप्लिकेशन का इस्तेमाल भी उसी का सबसे आधुनिक स्वरूप है। इस एप्लिकेशन की सहायता से किसी भी शंकास्पद व्यक्ति को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। गुजरात के सभी पुलिस स्टेशन में इस एप्लिकेशन के लायसंस वर्जन देने की योजना भी बना ली गई है। उच्च अधिकारियों का मानना है कि इस एप्लिकेशन के इस्तेमाल से पुलिस को डिटेकशन रेशियो बढ़ाने में सफलता मिलेगी।
यह एक एंडरोईड बेज्ड एप्लिकेशन है। जो पुलिस कर्मियों के मोबाइल में इन्स्टोल किया जाएगा। पेट्रोलिंग के दौरान यदि पुलिस को किसी पर भी शंका जाए तो पुलिस को मात्र उसका फोटो खींचना रहेगा। फोटो खींचते ही व्यक्ति के नाम पर जो भी केस दर्ज होंगे, वह सब सामने आ जाएँगे। इसके आलवा लापता व्यक्तियों को भी इस एप्लिकेशन से ढूंढा जा सकेगा। फिलहाल भारत में तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, पोंडिचेरी और रेलवे पुलिस द्वारा काफी अच्छी तरह से किया जा रहा है। इसे अलावा आर्मी और CISF द्वारा भी इस तकनीक का काफी इस्तेमाल किया जाता है।
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