लूट और हत्या के केस में भागती फिर रही महिला 17 साल बाद आई पुलिस की चंगुल में

लूट और हत्या के केस में भागती फिर रही महिला 17 साल बाद आई पुलिस की चंगुल में

नाम बदलकर रह रही थी दिल्ली में, गुजरात सरकार द्वारा इतिहास में पहली बार महिला के खिलाफ जारी किया गया था इनाम

मेहसाणा के कड़ी इलाके में 17 साल पहले हुई चार हत्या के केस में क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से महिला आरोपी को हिरासत में लिया है। एक मंदिर में लूट मचाने के बाद हत्या कर फरार हो गई महिला को पुलिस ने दिल्ली से अपने चंगुल में लिया। बता दे कि 1 साल पहले ही गुजरात एटीएस द्वारा महिला के पति को हिरासत में लिया गया था। हत्या के केस में महिला पिछले 17 साल से वांटेड थी और फर्जी नाम के साथ दिल्ली में रह रही थी।
क्राइम ब्रांच के एसीपी डीपी चुडासमा ने बताया आरोपी राजकुमारी उर्फ डिस्को यादव ने अपने पति के साथ मिलकर साल 2004 में कड़ी के 1 गांव में आए महाकाली मंदिर में ट्रस्टी, साध्वी और उनके दो सेवकों की गला काट कर हत्या कर दी थी। जिसके बाद वहां से 10 लाख की चोरी कर फरार हो गए थे। जिसमें पिछले साल गुजरात एटीएस ने महिला के पति महेंद्र सिंह उर्फ गोविंद सिंह को हिरासत में लिया। महिला का पति नाम बदलकर रह रहा था। पति की तरह ही महिला भी नाम बदलकर सरोज नाम से दिल्ली में रह रही थी। जिसे पुलिस ने टेक्निकल सर्वेलंस की सहायता से हिरासत में लिया। 
हत्या करने के बाद महिला सरोज नाम से दिल्ली में चाय की दुकान चला रही थी। बता दे की दोनों आरोपी ऐसे पहले आरोपी है, जिन्हें पकड़ने के लिए गुजरात सरकार द्वारा इनाम का ऐलान किया गया था। दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए सरकार द्वारा 51 हजार का इनाम जाहीर किया गया था। हत्या करने के बाद महिला तथा उसका पति राजस्थान और झांसी के अलग-अलग स्थान पर रुके थे। जिसके बाद वह दिल्ली रहने चले गए। हालांकि 17 साल के लंबे इंतजार के बाद अब दोनों ही जेल की सलाखों के पीछे है।