जायदाद को लेकर दो भाइयों ने मिलकर की पिता की हत्या, गाँववालों को बताया कोरोना से हुई मौत

जायदाद को लेकर दो भाइयों ने मिलकर की पिता की हत्या, गाँववालों को बताया कोरोना से हुई मौत

मकान बेचने को लेकर हुये झगड़े में दोनों भाइयों ने गला दबाकर की पिता की हत्या, लाश को जमीन में दफनाया

आज के इस कलियुग में पैसे और संपत्ति के लालच के आगे खून के रिश्ते भी फीके पड़ने लगे है। आए दिन संपत्ति के लिए दो भाइयों के बीच, पिता और पुत्र के बीच होने वाले कई झगड़े हमारे सामने आए है। कभी-कभी संपत्ति को लेकर लड़ाई-झगड़े में भाइयों द्वारा एक दूसरे की हत्या कर देने के मामले भी सामने आए है। कुछ ऐसा ही एक और किस्सा महेसाणा के कड़ी के कनजरी जानव से सामने आया है, जहां दो संतानों ने मिलकर मकान बेचने को लेकर अपने पिता की हत्या कर दी थी। 
विस्तृत जानकारी के मुताबिक हुसैन मालेक अपने परिवार के साथ मेहसाणा के कंजरी गांव में रहते थे। उनके दो बेटे थे, जिसमें से एक का नाम समीर मालेक और दूसरे का नाम शफीक मालेक है। पिछले काफी समय से समीर और शफीक दोनों हुसैन मालेक का घर बेचना चाहते थे। इस बात को लेकर दोनों का अपने पिता हुसैन मलिक से झगड़ा हो गया। कहासुनी के दौरान दोनों भाइयों ने पिता का मुंह और गला दबा कर हत्या कर दी। फिर दोनों भाई उसके पिता के शव को गाड़ी में भरकर शेडफा गांव ले गए और एक गड्ढा खोदा और उसके पिता के शव को दफना दिया।
जब कई दिनों तक हुसैन मालेक अपने घर पर नहीं दिखे थे तो गाँववालों को शक हुआ। जिस पर दोनों भाइयों ने गांव वालों को बताया कि हुसैन मालेक की कोरोना महामारी में मौत हो गई है। लेकिन गांव वालों को इस बात पर भरोसा नहीं हुआ। जिसके चलते उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच शुरू करते हुये संदेह के आधार पर समीर और शफीक से पूछताछ की और हत्या के मामले को सुलझाया था।