बेटी की मौत का विरह नहीं सहन कर पाये पिता, बेटी के जाने के बाद तीसरे दिन ही किया देहत्याग

बेटी की मौत का विरह नहीं सहन कर पाये पिता, बेटी के जाने के बाद तीसरे दिन ही किया देहत्याग

कोरोना के कारण कई लोग खो रहे है अपने परिजन, लगातार बढ़ रहा है संक्रमण

कोरोना महामारी के कारण अनेक लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। किसी ने अपने माता-पिता की छत्रछाया खो दी है, तो किसी ने अपने संतानों को। महामारी के इस प्रकोप के बीच राजकोट से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां कोरोना के कारण तीन दिन पहले ही अपनी बेटी को खोने के कारण दुखी पिता गम में डूब गए थे। बेटी के जाने के बाद तीसरे दिन ही पिता का निधन होने के कारण परिवार के सभी सदस्य आहत हो गए थे। 
राजकोट के गोंडल से 18 किलोमीटर दूर आए शिवराज गढ़ में हुई इस घटना के कारण पूरे गाँव में सभी दुखी है। 6000 की बस्ती वाले इस गाँव में अब तक 30 से भी अधिक लोगों ने महामारी में आओना जीवन खो दिया है। इसी बीच गाँव में रहने वाले दामज ठुम्मर की पुत्री सपना जो की गाँव में ब्यूटी पार्लर का काम करती थी, कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित हुई थी। जिसके चलते उनकी मौत हो गई थी। 
23 साल की पुत्री सपना की इस तरह से अचानक ही मौत हो जाने के कारण पूरा परिवार दुखी हो गया था। सपना के पिता को पुत्री की मौत का सबसे बड़ा आघात लगा था। पुत्री के मृत्यु के कारण पिता काफी आहत हो गए थे और तीसरे ही दिन उनकी भी मौत हो गई थी। तीन दिन के अंतर में ही परिवार के दो सदस्यों को खो देने के कारण पूरे गाँव में मातम फैल गया था। 
ऐसी ही एक घटना और भी सामने आई थी, जहां जलाराम मंदिर के प्रणेता और खेतीकाम करने वाले बाबू लुणागारिया और उनकी पत्नी लाभू लुणागारिया कोरोना के कारण संक्रमित हुये थे। जहां पत्नी लाभू लुणागारिया का अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हुआ था। पत्नी के मौत के तीसरे दिन ही पति बाबू लुणागारिया  ने भी अपने प्राण त्याग दिये।