गुजरात : वर्षाबा परमार भावनगर की महापौर न बनने पर रो पड़ीं!

गुजरात : वर्षाबा परमार भावनगर की महापौर न बनने पर रो पड़ीं!

पहले ढाई साल की टर्म सामान्य वर्ग की महिला और शेष ढाई साल बक्षीपंच के लिये है आरक्षित, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघनी पर लगाया आरोप

भावनगर के नए मेयर के रूप में अपना नाम ना आने पर भाजपा की वर्षाबा परमार कार्यालय जाकर रो पड़ी थी। महापौर के लिए कीर्ति दानिधरिया की नियुक्ति पर नाराज वर्षाबा परमार भाजपा कार्यालय पहुंची और अपना आक्रोश व्यक्त किया। इतना ही नहीं उन्होंने मेयर के रूप में अपना नाम चयनित नहीं करने पर अपना सिर दीवार पर दे मारा। उन्होंने खुद का चयन महापौर के रूप में न होने पर इसका ठीकरा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघनी पर फोड़ दिया। महत्वपूर्ण बात ये है कि भावनगर के मेयर का पद पहले ढाई वर्षों के लिए महिला के लिए आरक्षित है। 
आपको बता दें कि भावनगर के मेयर पद के लिए कीर्ति दानिधरिया, वर्षाबा परमार और योगिता त्रिवेदी के नामों पर चर्चा चल रही थी। लेकिन मेयर के रूप में कीर्ति दानिधरिया के नाम पर मुहर लग गई। इस बात से वर्षाबा बहुत ही हैरान परेशान दिखाई दी।

मेरे साथ हुआ अन्याय : वर्षाबा 

मीडिया से बात करते हुए, वर्षाबा परमार ने कहा कि पहले ढाई साल आम महिला के लिए और अगले ढाई साल बक्शीपंच के लिए आरक्षित है। हालांकि कीर्ति दानिधरिया बक्शी पंच से हैं पर उन्हें सामान्य पद से मेयर बनाया गया है। मेरे साथ पहले ही अन्याय हो चुका है। मैं सभी समाज के साथ रही हूं लेकिन मेरे साथ ही अन्याय हुआ है।

डिप्टी मेयर के पद पर कुनाल शाह

भावनगर महानगर पालिका की मेयर दानिधरिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के लिए कई योजनाएं लेकर आई है। आज एक वकील के रूप में मैंने कई योजनाएं महिलाओं के घरों तक पहुंचाई हैं। आने वाले दिनों में हम घर-घर जाकर लोगों की मदद करते रहेंगे। डिप्टी मेयर क्रुनाल शाह ने कहा कि पार्टी लोगों का काम देखकर ही किसी को भी जिम्मेदारी देती है। भारतीय जनता पार्टी में कभी भी पारिवारवाद नहीं है। इसलिए पार्टी काम देखकर ही जिम्मेदारी देती है।
गौरतलब है कि स्थायी समिति के अध्यक्ष धीरू धमालिया ने कहा, "भारत सरकार और राज्य सरकार की सभी योजनाएं छोटे से छोटे व्यक्ति तक पहुंचेंगी और भावनगर का विकास और यहाँ बहुत सारे काम करवाना ही हमारी प्राथमिकता होगी। 44 नगरसेवक और हम बड़ी ताकत के साथ आगे बढ़ेगे।
Tags: