सूरत : 50 वर्षों के सबसे खराब दौर से गुजर रहा सूरत टेक्सटाइल व्यापार : नरेन्द्र साबू
एसएमए की मीटिंग में कपड़ा व्यापार के संकट पर मंथन, “नो रिटर्न, ओनली पेमेंट” नीति अपनाने की अपील
सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन (एसएमए) की 211वीं नियमित साप्ताहिक समस्या समाधान मीटिंग रविवार, 28 दिसंबर 2025 को माहेश्वरी भवन, सीटी लाइट, सूरत में आयोजित की गई। मीटिंग का नेतृत्व एसएमए प्रमुख नरेंद्र साबू ने अपनी पंच पैनल एवं कोर कमेटी टीम के साथ किया।
मीटिंग में 122 व्यापारी भाइयों की उपस्थिति रही तथा समस्या समाधान हेतु प्राप्त 24 आवेदनों पर सुनवाई की गई। इनमें से दो मामलों का तत्काल आपसी बातचीत के माध्यम से समाधान कर दिया गया, जबकि शेष आवेदनों को पंच पैनल एवं लीगल टीम को सौंपा गया है, जिनका समाधान समयानुसार किया जाएगा। यह मीटिंग अंग्रेजी वर्ष 2025 की अंतिम मीटिंग रही।
मीटिंग का मुख्य एजेंडा सूरत टेक्सटाइल ट्रेडिंग उद्योग की वर्तमान स्थिति रहा। वक्ताओं ने बताया कि सूरत में व्यवस्थित रूप से कपड़ा व्यापार को 50 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन यह अपने इतिहास के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। पिछले वर्ष शिव शक्ति मार्केट में आग लगने की घटना के बाद दुकानों का किराया लगभग 50 प्रतिशत तक बढ़ गया, जबकि व्यापार में 15 से 25 प्रतिशत की गिरावट आई है। इससे 31 मार्च 2026 को बैलेंस शीट बनाना व्यापारियों के लिए बेहद कठिन होता जा रहा है।
व्यापारियों ने कपड़ा व्यापार की सबसे बड़ी समस्या अनियंत्रित “रिटर्न गुड्स” को बताया। वर्तमान मानसिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया कि या तो माल का भुगतान नहीं मिलता या फिर रिटर्न में माल वापस आ जाता है, जिससे सूरत का कपड़ा व्यवसाय दिन-ब-दिन कमजोर और भयावह स्थिति की ओर बढ़ रहा है।
एसएमए प्रमुख नरेन्द्र साबू ने सभी व्यापारियों से अपील की कि वे “नो रिटर्न, ओनली पेमेंट” की नीति को सख्ती से अपनाएं। साथ ही यह भी आग्रह किया गया कि केवल उन्हीं व्यापारियों को माल बेचा जाए, जो 60 दिनों के भीतर भुगतान करने में सक्षम हों। बताया गया कि भुगतान न मिलने की समस्या लगातार बढ़ रही है और बाहर के व्यापारी सूरत के व्यापारियों का पैसा सोना-चांदी जैसे अन्य व्यवसायों में लगाकर उच्च रिटर्न कमा रहे हैं, जिससे टेक्सटाइल व्यापार में गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने कहा कि सूरत मर्केंटाइल एसोसिएशन विश्व का एकमात्र ऐसा संगठन है, जो किसी भी प्रकार का शुल्क या चार्ज नहीं लेता और व्यापारियों को सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि व्यापारियों की तीन मुख्य समस्याएं लेट पेमेंट, डूबत और रिटर्न गुड्स हैं। इन समस्याओं के समाधान और व्यापारियों को न्याय दिलाने के लिए एसएमए सक्रिय भूमिका निभा रहा है और यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा। इस अवसर पर उन्होंने एसएमए कैलेंडर 2026 का भी विमोचन किया, जिसे लगभग 30 हजार कपड़ा व्यापारियों में वितरित किया जाएगा।
मीटिंग में एसएमए के फाइनेंशियल एडवाइजर चेतन जानी को मुख्य सेमिनार अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। उन्होंने व्यापारियों को वित्तीय अनुशासन का संदेश देते हुए कहा कि यदि व्यक्ति अपनी कमाई का कम से कम 5 प्रतिशत रिटायरमेंट प्लान में निवेश करे, तो भविष्य में आर्थिक परेशानियों से बचा जा सकता है।
मीटिंग का समापन सभी उपस्थित सदस्यों के लिए आयोजित स्वादिष्ट अल्पाहार के साथ हुआ। बैठक में एसएमए परिवार से जुड़े सुरेंद्र अग्रवाल, राजीव उमर, महेश पाटोदिया, राजकुमार चिरानिया, दुर्गेश टिबडेवाल, गौरव भसीन, मुकेश अग्रवाल, घनश्याम माहेश्वरी, रामकिशोर बजाज, संजय अग्रवाल, राजेश गुरनानी सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।
