सूरत : दीन सहायक विद्या मंदिर ने मनाया 22वां स्थापना दिवस, शिक्षा सेवा की प्रेरक यात्रा को किया नमन
निशुल्क शिक्षा से 5000 से अधिक बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का संकल्प, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
हिंदू सनातन सेवा पब्लिक चेरीटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित दीन सहायक विद्या मंदिर में 22वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक पंडित गिरिजा शंकर उपाध्याय ने संस्था की 22 वर्षों की प्रेरक यात्रा का स्मरण करते हुए बताया कि किस प्रकार खुले आसमान के नीचे पढ़ाई से शुरू होकर आज एक सुदृढ़ शैक्षिक व्यवस्था का निर्माण हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक वर्षों में बच्चों को खुले मैदान में पढ़ाया गया, बाद में झोपड़ी और अस्थायी ढांचे बनाए गए। इसके पश्चात स्वयं के मकान को तोड़कर हाल का निर्माण किया गया, ताकि बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके। संस्था में दो वर्षों तक बच्चों को शिक्षित करने के बाद उनके अभिभावकों को समझाकर बच्चों का सरकारी या निजी विद्यालयों में प्रवेश सुनिश्चित कराया जाता है, जिससे वे शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
न चौर्य न च राज हार्यम, न भातृ भाज्यम न च भारकारी। व्यये कृतं वर्धति एव नित्यम, विद्या धनम सर्व धनम प्रधानम।
पंडित उपाध्याय ने गर्व के साथ बताया कि अब तक संस्था से 5000 से अधिक बच्चे शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ चुके हैं। आज कोई छात्र कक्षा 8, 10 या 12 में अध्ययनरत है तो कई छात्र-छात्राएं कॉलेज स्तर तक पहुंच चुके हैं। यही उनकी सेवा, साधना और आस्था है। उन्होंने कहा कि विद्या धन सबसे बड़ा धन है, जिसे न कोई चुरा सकता है और न ही कोई छीन सकता है। इसी विद्या धन को बच्चों तक पहुंचाना उनका जीवन लक्ष्य है, जिसे वे पिछले 22 वर्षों से निरंतर निभा रहे हैं।

स्थापना दिवस समारोह में संस्था की मुख्य अतिथि चेतना बहन शाह सहित उपस्थित गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। बच्चों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी तथा मोबाइल के उपयोग और दुरुपयोग पर आधारित एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसने सभी दर्शकों को भावुक कर दिया। प्रस्तुति देने वाले बच्चों को सम्मान पत्र प्रदान किए गए और उन्हें आइसक्रीम वितरित की गई।
कार्यक्रम में मीनाक्षी जैन, विनीत जैन, डॉ. कविता शर्मा, सीमा शारदा, सीमा खेतान, सुरेश मिश्रा, संजय मिश्रा, हरीश भाई, सोनी विजय मास्टर, लालता भाई उपाध्याय, दक्षा वाघ, आरती विश्वकर्मा, आदित्य यादव, बृजबाला उपाध्याय सहित अनेक अतिथियों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और अपने विचार व्यक्त किए।
पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन हसमुख भाई नायक ने किया। उन्होंने अपने प्रेरक वक्तव्य में बच्चों को जीवन मूल्यों की सीख दी और मोबाइल से दूर रहकर पढ़ाई व व्यक्तित्व निर्माण पर ध्यान देने की सलाह दी।
समारोह के अंत में ट्रस्ट के प्रमुख पंडित गिरिजा शंकर उपाध्याय ने कहा कि यदि समाज का सहयोग और समर्थन इसी तरह मिलता रहा, तो उनका संकल्प है कि सूरत का कोई भी बच्चा अनपढ़ न रहे। “सब पढ़ें, सब बढ़ें”—इसी भावना के साथ संस्था निरंतर कार्य करती रहेगी। कार्यक्रम के दौरान रीता सिंह के मार्गदर्शन में बच्चों द्वारा सेल्फ डिफेंस और कराटे की भव्य प्रस्तुति भी दी गई, जिसने उपस्थितजनों से खूब सराहना बटोरी।
