सूरत: चौटा बाजार के अतिक्रमणकारियों पर अब सीधे दर्ज होगी FIR; पुलिस और निगम ने दी 'आखिरी चेतावनी'
मेयर और पुलिस कमिश्नर की समझाइश बेअसर, व्यापारियों को थाने बुलाकर दी गई आख़िरी चेतावनी
सूरत। सूरत शहर के सबसे व्यस्त और ऐतिहासिक चौटा बाजार में लंबे समय से चली आ रही ट्रैफिक और अवैध दबाव (रेहडी, ठेले, लॉरी) की समस्या पर अब प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है।
मेयर और पुलिस कमिश्नर द्वारा बार-बार समझाने के बावजूद हालात में सुधार नहीं होने पर पुलिस और नगर निगम ने संयुक्त रूप से व्यापारियों को अंतिम चेतावनी दी है। साफ शब्दों में कहा गया है कि अब नियमों का उल्लंघन करने पर सीधे आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
प्रशासन की विनम्र अपील का असर न पड़ने के बाद यह सख्ती दिखाई गई है। हाल ही में मेयर और पुलिस कमिश्नर ने स्वयं चौटा बाजार का दौरा कर व्यापारियों को दुकानों के बाहर रेहडी, ठेले नही लगाने तथा सामान न रखने, चटाई या ठेला लगाने वालों को बढ़ावा न देने और सड़क खुली रखने की हिदायत दी थी।
इसके बावजूद बाजार में संकरी सड़कों पर 6 से 7 फीट तक फैला दबाव बना रहा, जिससे पैदल यात्रियों और ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अठवा पुलिस स्टेशन में पुलिस विभाग और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने चौटा बाजार के व्यापारियों के साथ अहम बैठक की। बैठक में स्पष्ट किया गया कि अब किसी भी प्रकार का दबाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यदि कोई दुकानदार तय सीमा से बाहर सामान रखता है या अवैध स्टॉल लगाने देता है, तो उसके खिलाफ सीधे पुलिस केस दर्ज किया जाएगा। साथ ही जुर्माने के अलावा सामान जब्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, चौटा बाजार में रोजाना हजारों लोग खरीदारी के लिए आते हैं और अव्यवस्था के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है।
पुलिस का मानना है कि यदि व्यापारी स्वयं अनुशासन का पालन करें, तो ट्रैफिक की समस्या 70 प्रतिशत तक कम हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए आने वाले दिनों में पुलिस और नगर निगम की टीमें रैंडम चेकिंग करेंगी।
अठवा डिवीजन के एसीपी वी.आर. मलहोत्रा ने बताया कि चौटा बाजार क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा दुकानों के बाहर स्टॉल और डिस्प्ले इस तरह लगाए जाते हैं कि सड़क पर 6 से 7 फीट तक दबाव बन जाता है, जिससे यातायात बाधित होता है।
उन्होंने बताया कि दो दिन पहले पुलिस कमिश्नर और मेयर ने व्यापारियों को दो दिन का समय देकर स्वयं व्यवस्था सुधारने को कहा था, लेकिन अपेक्षित सुधार नहीं हुआ।
बैठक में व्यापारियों ने भरोसा दिलाया कि वे अपना व्यवसाय इस तरह संचालित करेंगे जिससे जनता को परेशानी न हो। कुछ व्यापारियों ने यह दलील दी कि अन्य दुकानदारों के अधिक दबाव के कारण उन्हें भी ऐसा करना पड़ता है।
इस पर पुलिस ने आज मौके पर जाकर व्यावहारिक समाधान निकालने का आश्वासन दिया है। हालांकि, प्रशासन ने साफ कर दिया है कि आज समाधान के बाद कल से नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यापारी के खिलाफ सीधे आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
प्रशासन का कहना है कि मकसद व्यापार बंद कराना नहीं, बल्कि चौटा बाजार को व्यवस्थित बनाकर आम जनता और व्यापार—दोनों के हितों की रक्षा करना है।
