सूरत : भीमराड D-वॉल हादसे के बाद बड़ी राहत, शिव रेजीडेंसी में कोई स्ट्रक्चरल नुकसान नहीं
इंटेंसिव टेक्निकल इंस्पेक्शन के बाद 192 फ्लैट के परिवारों को घर लौटने की अनुमति
सूरत।भीमराड इलाके में एक अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट की D-वॉल ( बेजमेन्ट कवर करने के लिए डायाग्राम वॉल) गिरने से मचे हड़कंप के बाद आखिरकार प्रशासन और स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत मिली है।
पास स्थित शिव रेजीडेंसी के स्ट्रक्चर का गहन तकनीकी निरीक्षण पूरा होने के बाद विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि इमारत को किसी भी तरह का स्ट्रक्चरल डैमेज नहीं हुआ है और वह पूरी तरह सुरक्षित है।
गौरतलब है कि मंगलवार को भीमराड में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट की D-वॉल अचानक गिर गई थी, जिसके चलते एहतियात के तौर पर शिव रेजीडेंसी के 192 फ्लैट्स में रहने वाले सभी परिवारों को तुरंत बाहर निकाला गया था।
घटना की जानकारी मिलते ही म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन, फायर ब्रिगेड, पुलिस और प्रोजेक्ट इंजीनियर्स मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रण में लिया। सुरक्षा कारणों से पूरे इलाके को सील कर आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी।
घटना के बाद लगातार दो दिनों तक स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स और जियोटेक्निकल एक्सपर्ट्स ने शिव रेजीडेंसी और संबंधित अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट का डिटेल्ड और इंटेंसिव निरीक्षण किया।
D-वॉल टूटने से बने गड्ढे में आवश्यक मात्रा में मिट्टी भरकर उसे अच्छी तरह कॉम्पैक्ट किया गया और अतिरिक्त मजबूती के उपाय भी किए गए। इन सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद विशेषज्ञों ने इमारत और आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित घोषित किया।
प्रशासन को फाइनल रिपोर्ट मिलने के बाद, सुरक्षा कारणों से खाली कराए गए 192 फ्लैट्स के परिवारों को अपने-अपने घरों में लौटने की अनुमति दे दी गई है। साथ ही, नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में भी पूरे इलाके की नियमित निगरानी और मॉनिटरिंग जारी रहेगी, ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके।
इस बीच, प्रशासन ने D-वॉल गिरने की घटना के लिए जिम्मेदार कॉन्ट्रैक्टर और डेवलपर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि लापरवाही सामने आने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
