सूरत : भारत–बोत्सवाना सहयोग को नई रफ्तार, गुजरात के साथ व्यापारिक रिश्ते और मजबूत

सूरत की केपी ग्रुप ने बोत्सवाना में 36,000 करोड़ के निवेश का एमओयू किया, 5 गीगा वोट सोलर प्रोजेक्ट से हजारों को रोजगार

सूरत : भारत–बोत्सवाना सहयोग को नई रफ्तार, गुजरात के साथ व्यापारिक रिश्ते और मजबूत

सूरत।  भारत और बोत्सवाना के बीच सहयोग को एक नई दिशा और रफ्तार मिली है। हाल ही में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के बोत्सवाना दौरे के दौरान सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ( एसजीसीसीआई) के तहत सूरत के उद्योगपतियों के एक उच्चस्तरीय बिज़नेस डेलीगेशन ने भी 10 से 14 नवंबर 2025 तक बोत्सवाना का दौरा किया। इस दौरे के सकारात्मक परिणाम अब न केवल भारत–बोत्सवाना बल्कि गुजरात–बोत्सवाना के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के रूप में सामने आ रहे हैं।

चैंबर द्वारा जनवरी 2026 में आयोजित किए जा रहे एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज 2026 के दूसरे संस्करण में बोत्सवाना के राष्ट्रपति माननीय एडवोकेट डूमा गिदोन बोको अपने हाई-लेवल डेलीगेशन के साथ मुख्य अतिथि और उद्घाटनकर्ता के रूप में शामिल होंगे। राष्ट्रपति 22 से 25 जनवरी 2026 तक सूरत के दौरे पर रहेंगे।

नवंबर दौरे के दौरान बोत्सवाना के राष्ट्रपति कार्यालय में चैंबर के प्रेसिडेंट निखिल मद्रासी के नेतृत्व में डेलीगेशन की महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। इस बैठक में बोत्सवाना के राष्ट्रपति, ट्रेड एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर, प्रेसिडेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, भारत में बोत्सवाना के हाई कमिश्नर और BITC के CEO मौजूद थे।

इसी बैठक में राष्ट्रपति और कैबिनेट को एसजीसीसीआई ग्लोबल विलेज 2026 के लिए सूरत आने का औपचारिक निमंत्रण दिया गया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। 17 दिसंबर को चैंबर कार्यालय में हुई बैठक के बाद राष्ट्रपति का सूरत दौरा आधिकारिक रूप से फाइनल हुआ।

चैंबर ने बोत्सवाना दौरे के दौरान सूरत और गैबोरोन को ट्विन सिटी बनाने का प्रस्ताव भी रखा, जिसमें अर्बन डेवलपमेंट, टेक्नोलॉजी और टैलेंट एक्सचेंज, मेडिकल टूरिज्म, एजुकेशन, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और नियमित बिज़नेस डेलीगेशन व एग्ज़िबिशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग शामिल है। इस प्रस्ताव को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और राष्ट्रपति के सूरत दौरे के दौरान ट्विन सिटी एग्रीमेंट साइन होने की उम्मीद है। इससे गुजरात और बोत्सवाना के बीच आर्थिक सहयोग और भी गहरा होगा।

KP ग्रुप का बोत्सवाना में ₹36,000 करोड़ का मेगा निवेश

इस दौरे का सबसे बड़ा और ठोस परिणाम सूरत की रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी केपी ग्रुप का बोत्सवाना में किया गया मेगा निवेश है। केपी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. फारूक जी. पटेल भी चैंबर के डेलीगेशन का हिस्सा थे।

KP ग्रुप ने बोत्सवाना सरकार के साथ 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹36,000 करोड़) के निवेश का MoU साइन किया है। यह निवेश बोत्सवाना के ज़ीरो एमिशन लक्ष्य को पूरा करने के लिए 5 GW सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट के रूप में किया जाएगा।

बोत्सवाना की मिनरल्स और एनर्जी मिनिस्टर सुश्री बोकोलो जॉय और केपी ग्रुप के बीच हुए इस समझौते के अनुसार, यह प्रोजेक्ट पांच वर्षों में चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा 2027 तक: 500 MW, 2028 तक: 2500 MW, 2030 तक: कुल 5 GW का प्लान्ट स्थापित किया जायेगा। 

इस प्रोजेक्ट से निर्माण के दौरान करीब 7000 लोगों को रोजगार मिलेगा, जबकि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 1500 से अधिक स्थायी नौकरियां सृजित होंगी। साथ ही, 1 लाख से ज्यादा घरों को सोलर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए बोत्सवाना सरकार 25,000 एकड़ भूमि उपलब्ध कराएगी और भारत सरकार निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।

इसके अलावा, केपी ग्रुप हर साल बोत्सवाना के नागरिकों के लिए 30 स्कॉलरशिप शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट के लिए देगा। एसजीसीसीआई लगातार अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। हाल ही में जिम्बाब्वे के उपराष्ट्रपति भी चैंबर के आमंत्रण पर सूरत आए थे।

अब बोत्सवाना के साथ यह बड़ा निवेश और रणनीतिक साझेदारी गुजरात को अफ्रीका के साथ आर्थिक सहयोग का मजबूत केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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