सूरत : पी.पी. सवाणी ग्रुप के ‘कोयलड़ी’ विवाह महोत्सव की शुरुआत, बेटियों के हाथों में मेहंदी लगाकर हुई रस्म
मेहंदी सेरेमनी में 1,237 बेटियों ने रचाई मेहंदी, गणमान्य महिलाओं ने आशीर्वाद देकर दिया सामाजिक संदेश
सूरत।पी.पी. सवाणी ग्रुप द्वारा आयोजित ‘कोयलड़ी’ सामूहिक विवाह महोत्सव की शुरुआत गुरुवार को भावनात्मक और पारंपरिक मेहंदी रस्म के साथ हुई।
इस अवसर पर बिना पिता की 133 बेटियों के पालक पिता महेशभाई सवाणी ने एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल करते हुए बेटियों के हाथों में मेहंदी लगवाकर विवाह उत्सव का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान कुल 1,237 बेटियों के हाथों में मेहंदी रचाई गई।
मेहंदी सेरेमनी में आईपीएस अधिकारी पन्नाबेन मोमाया, जीपीएस अधिकारी जूलीबेन कोठिया, भक्तिबेन डाभी , पुलिस कमिश्नर अनूप सिंह गहलोत की पत्नी संध्याबेन गहलोत, रेंज आईजी प्रेमवीर सिंह की पत्नी चित्राबेन प्रेमवीरसिंह, हर्षाबेन गढ़िया, तृप्तिबेन देसाई, पल्लवीबेन घेलानी, हंसाबेन पटेल, काजलबेन सभाडीया, भूमिबेन देसाई सहित सवाणी परिवार की बहनें और बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। सभी ने बेटियों को मेहंदी लगाकर आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महेशभाई सवाणी ने कहा कि सूरत की महिला अधिकारी शहर को जिस संवेदनशीलता से संभाल रही हैं, वह सराहनीय है। उन्होंने सास की परिभाषा बताते हुए कहा कि जो मां सही मार्गदर्शन देती है, वही सच्ची सास होती है। उन्होंने कहा कि बिना पिता की बेटियों को पिता का स्नेह और पहचान देने का अवसर उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
इस अवसर पर संध्याबेन गहलोत ने कहा कि महेशभाई सवाणी ने विवाह के बाद भी पिता का दायित्व निभाने का जो संकल्प लिया है, वह समाज के लिए प्रेरणादायक है।
वहीं चित्राबेन प्रेमवीरसिंह ने बेटियों को सुखी दांपत्य जीवन के मंत्र बताते हुए “देखो, जाओ, करो और झुको” की सीख दी। आईपीएस अधिकारी पन्नाबेन मोमाया ने बेटियों से विवाह के बाद भी शिक्षा जारी रखने और जीवन के चार आश्रमों की शिक्षाओं को अपनाने का संदेश दिया।
जीपीएस अधिकारी जूलीबेन कोठिया और भक्तिबेन डाभी ने भी बेटियों को विवाहोपरांत जीवन को खुशी, धैर्य और सकारात्मकता के साथ जीने का आशीर्वाद दिया। प्रसिद्ध वक्ता और लाइफ कोच मनीषभाई वघासिया ने भावुक संबोधन में कहा कि महेशभाई सवाणी ने उन्हें जीवन की सही दिशा दी और सच्चा पिता बनकर जीना सिखाया।
उल्लेखनीय है कि शनिवार 20 दिसंबर 2025 और रविवार 21 दिसंबर 2025 को दो दिवसीय सामुहिक विवाह समारोह में हिन्दु, मुस्लिम, शिख, ईसाई समाज की 133 बेटियों का विवाह उनके-अपने रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होगा। इस दौरान नेता, अधिकारी, संत और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे और बेटियों को आशीर्वाद देकर सामाजिक समरसता और सेवा का संदेश देंगे।
