चैटजीपीटी, परप्लेक्सिटी के बढ़ते इस्तेमाल से भारत दुनिया का सबसे बड़ा एलएलएम बाजार बना: रिपोर्ट
मुंबई, 17 दिसंबर (भाषा) चैटजीपीटी, जैमिनी और परप्लेक्सिटी जैसे मंचों के बढ़ते उपयोग ने भारत को बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) अपनाने में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार बना दिया है। यह बात एक विदेशी ब्रोकरेज बोफा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में कही गई है।
इसके अनुसार भारत एलएलएम पर आधारित ऐसे एजेंटिक एआई ऐप के लिए आदर्श परीक्षण स्थल बन गया है, जो स्वयं तर्क कर सकते हैं, योजना बना सकते हैं और कार्यों को स्वतंत्र रूप से पूरा कर सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि इसका घरेलू स्टार्टअप परिवेश पर कुछ नकारात्मक असर भी पड़ सकता है।
इसके मुताबिक चैटजीपीटी के डाउनलोड जुलाई में 2.4 करोड़ से अधिक हो गई, जिसके बाद इनमें थोड़ी गिरावट आई। ओपनएआई के शून्य मूल्य पर सदस्यता देने के बाद ये फिर 2.4 करोड़ पर स्थिर हो गए। दूसरी ओर एयरटेल के साझा पैकेज की मदद से परप्लेक्सिटी के डाउनलोड अक्टूबर में दो करोड़ से अधिक हो गए।
भारत में एलएलएम मंचों के बीच चैटजीपीटी शीर्ष पर है, जिसके लगभग 14.5 करोड़ मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं, जबकि जैमिनी 10.5 करोड़ मासिक उपयोगकर्ताओं के साथ दूसरे स्थान पर है।
दैनिक आधार पर भारत में 6.5 करोड़ लोग ओपनएआई के चैटजीपीटी का उपयोग करते हैं, जबकि जैमिनी के दैनिक औसत उपयोगकर्ता 1.5 करोड़ हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चैटजीपीटी के वैश्विक उपयोगकर्ता आधार का 16 प्रतिशत से अधिक हिस्सा भारत से आता है, जिससे यह देश इस मंच का सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
दिलचस्प बात यह है कि भारत गूगल जैमिनी और परप्लेक्सिटी जैसे प्रतिस्पर्धी मंचों के लिए भी सबसे बड़ा बाजार है। जैमिनी को अपने मासिक औसत उपयोगकर्ताओं का 30 प्रतिशत भारत से मिलता है, जबकि परप्लेक्सिटी के लिए यह आंकड़ा 38 प्रतिशत है।
