राजकोट : हेरिटेज कंज़र्वेशन वर्कशॉप के तहत आर्कियोलॉजिस्टों का राजकोट दरबार गढ़ दौरा

रेस्टोरेशन कार्य के बीच स्टूडेंट्स ने सीखी लाइम लीपिंग प्रक्रिया, विशेषज्ञों ने दी हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग

राजकोट : हेरिटेज कंज़र्वेशन वर्कशॉप के तहत आर्कियोलॉजिस्टों का राजकोट दरबार गढ़ दौरा

डायरेक्टर ऑफिस के अधीन डिपार्टमेंट ऑफ आर्कियोलॉजी, राजकोट तथा डिपार्टमेंट ऑफ स्पोर्ट्स, यूथ एंड कल्चर, आर्कियोलॉजी एंड म्यूज़ियम्स, गांधीनगर के संयुक्त तत्वावधान में राजकोट में हेरिटेज कंज़र्वेशन और रेस्टोरेशन विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के दूसरे दिन इसके अंतर्गत एक विशेष वर्कशॉप आयोजित की गई।

वर्कशॉप के दौरान राजकोट पहुंचे आर्कियोलॉजिस्ट, म्यूज़ियोलॉजिस्ट, प्रोफेसर, आर्किटेक्ट सहित आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) और एम.एस. यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने ऐतिहासिक राजकोट दरबार गढ़ का दौरा किया। वर्तमान में दरबार गढ़ में पुनर्निर्माण एवं संरक्षण कार्य चल रहा है, जिसके चलते आर्कियोलॉजी के विद्यार्थियों को साइट पर प्रत्यक्ष (हैंड्स-ऑन) प्रशिक्षण का अवसर मिला।

इस दौरान आर्कियोलॉजिस्ट अनुपम शाह ने विद्यार्थियों को लाइम वर्क, लाइम लीपिंग प्रक्रिया और रंगों के उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से किले की एस्थेटिक वैल्यू और मौलिकता को बनाए रखते हुए रेस्टोरेशन कार्य करने के तरीकों पर मार्गदर्शन किया।

राजकोट के राजवी मंधातासिंहजी जडेजा ने साइट पर उपस्थित सभी विशेषज्ञों और विद्यार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने दरबार गढ़ में चरणबद्ध रूप से किए जा रहे कार्यों, शाही परिसर की हेरिटेज वैल्यू तथा विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे संरक्षण कार्यों की जानकारी साझा की। आर्कियोलॉजिस्टों और विद्यार्थियों ने दरबार गढ़ की बारीक कारीगरी और ऐतिहासिक संरचना को देखकर सराहना व्यक्त की।

इस अवसर पर राज्य सरकार के आर्कियोलॉजी और म्यूज़ियम विभाग के डायरेक्टर पंकज शर्मा, आर्कियोलॉजी के असिस्टेंट डायरेक्टर सिद्ध शाह, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और एम.एस. यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स, कैप्टन (सेवानिवृत्त) जयदेव जोशी सहित आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे।

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