सूरत : गुजरात में हाईवे प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र सरकार देगी ₹20,000 करोड़, नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान
केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 300 किमी का रोड और एरियल सर्वे किया, मौके पर समस्याओं को सुलझाने पर ज़ोर
सूरत: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने गुजरात के दो दिवसीय दौरे के दौरान राज्य के हाईवे और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए ₹20,000 करोड़ रुपये के बड़े पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने यह घोषणा गांधीनगर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के तुरंत बाद की।
मुख्यमंत्री पटेल ने राज्य के हाईवे पर बढ़ते ट्रैफिक लोड (35% से ज़्यादा) को देखते हुए अहमदाबाद-मुंबई और अहमदाबाद-उदयपुर जैसे प्रोजेक्ट्स को जल्द पूरा करने का आग्रह किया था। इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने NHAI के तहत हाईवे और अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹20,000 करोड़ की मंज़ूरी देने का भरोसा दिलाया।
गांधीनगर में बैठक के बाद, मंत्री गडकरी आज (27 नवंबर 2025, गुरुवार) सूरत जिले के दौरे पर पहुँचे और तुरंत चल रहे बड़े रोड प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण करने के लिए निकल गए।
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300 किमी का आकलन: गडकरी कुल 300 किमी से ज़्यादा नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे की प्रगति का आकलन कर रहे हैं। इसमें NH-53 और NH-48 पर करीब 100 किमी का ग्राउंड इंस्पेक्शन और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के 200 किमी हिस्से का हेलीकॉप्टर से एरियल सर्वे शामिल है।
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ग्राउंड रियलिटी चेक: मंत्री गडकरी सूरत एयरपोर्ट पर उतरने के बाद NHAI के अधिकारियों के साथ एक स्पेशल बस में बैठकर बाय-रोड इंस्पेक्शन के लिए रवाना हुए। उनका ज़ोर ज़मीनी हकीकत जानने पर है, जहाँ वे खुद सड़क पर गाड़ी चलाने वालों के अनुभव को महसूस करके सड़कों की क्वालिटी, स्ट्रक्चरल मज़बूती और सतह की हालत का अंदाज़ा लगाएंगे।
इस गहन निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य न केवल प्रोजेक्ट्स की प्रगति का रिव्यू करना है, बल्कि मौके पर ही समस्याओं और स्थानीय शिकायतों को हल करना भी है। स्थानीय जनता और ट्रैफिक एक्सपर्ट्स ने मंत्री गडकरी से NH-48 और एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले इंटरचेंज के खराब डिज़ाइन से पैदा हो रही समस्या पर तुरंत ध्यान देने और भविष्य में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए उचित मार्गदर्शन देने की मांग की है।
