राजकोट में नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की बैठक, कलेक्टर ने ड्रग्स व तंबाकू पर सख्ती के दिए निर्देश
स्कूलों के आसपास निगरानी बढ़ाने, मेडिकल स्टोर्स में बैन दवाओं की नियमित जांच और डी-एडिक्शन सेंटर के प्रचार पर जोर
राजकोट में जिला-स्तरीय नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की बैठक कलेक्टर डॉ. ओम प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा नशा विरोधी गतिविधियों की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने स्कूलों और कॉलेजों के आसपास ड्रग्स, नारकोटिक्स और तंबाकू बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि मेडिकल स्टोर्स में बिना प्रिस्क्रिप्शन बेचे जाने वाले नशीले सिरप और बैन दवाओं की नियमित जांच अनिवार्य की जाए। साथ ही, जिले में डैम और खाली पड़े क्षेत्रों में छिपी गांजा और अफीम की संभावित खेती का पता लगाकर प्रभावी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए।
बैठक में नशा-मुक्ति केंद्रों के प्रचार-प्रसार को बढ़ाने पर भी जोर दिया गया, ताकि नशे के शिकार लोग उपचार सुविधाओं तक आसानी से पहुंच सकें। कलेक्टर ने सभी विभागों को युवाओं में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने और सरकारी कार्यक्रमों में शामिल नागरिकों को ‘ड्रग्स को ना कहें’ की शपथ दिलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूलों और कॉलेजों के आसपास तंबाकू-सिगरेट की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है और ऐसे विक्रेताओं पर रेड बढ़ाई जाए। सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान को प्रभावी बनाने के लिए सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रमों का स्तर बढ़ाने को भी कहा गया। बैठक में जिला विकास अधिकारी आनंदू सुरेश गोविंद, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विजयसिंह गुर्जर, सहायक कलेक्टर महक जैन सहित SOG, फूड एंड ड्रग्स, फोरेंसिक, हेल्थ विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
