सूरत : GJEPC चेयरमैन किरीट भंसाली इज़राइल में भारत के हाई-लेवल बिज़नेस डेलिगेशन में शामिल
डायमंड-ज्वेलरी और नई टेक्नोलॉजी में भारत-इज़राइल साझेदारी को मिली नई मजबूती
सूरत। जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के चेयरमैन किरीट भंसाली ने 20 नवंबर 2025 को तेल अवीव में हुए इंडिया-इज़राइल CEO फोरम में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व वाले उच्च-स्तरीय भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा लिया।
यह यात्रा कई वर्षों में किसी भारतीय वाणिज्य मंत्री की इज़राइल की पहली यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग में एक नई गति का संकेत देती है।
इंडिया-इज़राइल CEO फोरम का उद्घाटन पीयूष गोयल ने इज़राइल के अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर बरकत के साथ किया, जिसे दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच "दोस्ती और मौके का एक नया दौर" बताया।
भंसाली ने इस दौरान मंत्री बरकत से भी मुलाकात की और जिम्मेदार डायमंड सोर्सिंग, इनोवेशन-आधारित मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर चर्चा की।
भारत की मैन्युफैक्चरिंग और इज़राइल की टेक्नोलॉजी- इस दौरे पर बात करते हुए भंसाली ने कहा, " पीयूष गोयल की इज़राइल की ऐतिहासिक यात्रा ने व्यापार, टेक्नोलॉजी और निवेश में गहरे सहयोग के लिए नए दरवाजे खोले हैं। इज़राइली टेक्नोलॉजिकल लीडरशिप और भारत का बेजोड़ मैन्युफैक्चरिंग स्केल एक-दूसरे को पूरी तरह से कॉम्प्लिमेंट करते हैं।"
GJEPC चेयरमैन ने विश्वास व्यक्त किया कि मंत्री गोयल के इस जुड़ाव से नए निवेश को बढ़ावा मिलेगा और डायमंड, ज्वेलरी और प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग के लिए ग्लोबल हब के तौर पर भारत की भूमिका को मज़बूती मिलेगी।
व्यापार में सुधार के संकेत- भारत और इज़राइल के बीच द्विपक्षीय रत्न और आभूषण व्यापार पारंपरिक रूप से डायमंड पर केंद्रित रहा है। हाल के महीनों में, व्यापार संबंधों में सुधार के मजबूत संकेत मिले हैं। आयात में वृद्धि: अप्रैल और सितंबर 2025 के बीच इज़राइल से भारत का आयात 60% से अधिक बढ़ा है।
सोने के आभूषण का निर्यात: भारत से इज़राइल को सोने के आभूषण का निर्यात 200% से अधिक बढ़कर USD 25 मिलियन को पार कर गया है।
भंसाली ने कहा कि GJEPC वैश्विक डायमंड इंडस्ट्री के एक स्तंभ के तौर पर पहचाने जाने वाले इज़राइल से किम्बरली प्रोसेस (KP) में मजबूत और रचनात्मक जुड़ाव की उम्मीद करता है, जो वैश्विक डायमंड इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए आवश्यक है।
