सूरत : AM/NS India द्वारा पुनर्चक्रण और कम-कार्बन उत्सर्जन वाले इस्पात उत्पादन को बढ़ावा
सूरत। आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AM/NS India) ने वित्त वर्ष 2024-25 की सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट (Sustainability Report for FY2024-2025) जारी की है।
इस रिपोर्ट में कंपनी ने डिकार्बोनाइजेशन (कार्बन उत्सर्जन में कमी), सर्कुलैरिटी (पुनःप्रयोग और पुनर्चक्रण) और सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को प्राप्त करने की दिशा में हुई मापनीय प्रगति को विस्तार से प्रस्तुत किया है।
रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया है कि AM/NS India के CO₂ उत्सर्जन में कमी और सर्कुलर अर्थव्यवस्था अपनाने के प्रयास वैश्विक मानकों जैसे Global Reporting Initiative (GRI) 2021, European Sustainability Reporting Standards (ESRS), Integrated Reporting (IR) और Business Responsibility and Sustainability Reporting (BRSR) के अनुरूप हैं।
श्री दिलीप ऊम्मेन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया ने कहा:“सस्टेनेबिलिटी हमारी व्यावसायिक रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो नवाचार को प्रोत्साहित करती है, राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों का समर्थन करती है, और हमारे कर्मचारियों व सभी हितधारकों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करती है। पिछला वित्तीय वर्ष हमारी सस्टेनेबिलिटी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। हमने जिम्मेदारीपूर्वक उच्च गुणवत्ता वाले और कम कार्बन उत्सर्जन वाले इस्पात उत्पादन की दिशा में स्थिर प्रगति की है।
‘ग्रीन वचन से ग्रीन कार्रवाई तक’ (From Green Promise to Green Action) थीम के तहत रिपोर्ट में संचालन, मूल्य श्रृंखला और समुदाय क्षेत्रों में हुई मापनीय प्रगति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है।”
संचालन संबंधी उपलब्धियां: कम-कार्बन उत्सर्जन वाले इस्पात उत्पादन में प्रगति: वर्ष 2021 से CO₂ उत्सर्जन की तीव्रता में 2.2% की कमी दर्ज की गई है। वर्ष 2015 से अब तक AM/NS India ने CO₂ उत्सर्जन की कुल तीव्रता में एक-तिहाई से अधिक की कमी की है। वर्तमान में कंपनी भारत के सबसे कम कार्बन उत्सर्जन करने वाले एकीकृत इस्पात उत्पादकों में से एक है (राष्ट्रीय औसत से 14% कम)।
नवीकरणीय ऊर्जा का एकीकरण: कंपनी की कुल बिजली खपत का 26% नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त किया गया। नवीकरणीय ऊर्जा में यह वृद्धि तब दर्ज की गई जब गुजरात के हजीरा स्थित मुख्य संयंत्र को आंध्र प्रदेश में स्थापित 1 गीगावाट के हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा प्रोजेक्ट से स्वच्छ ऊर्जा मिलनी शुरू हुई। 0.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर का यह प्रोजेक्ट AM Green Energy (आर्सेलरमित्तल का एक अंग) द्वारा विकसित किया गया है, जो कंपनी की डिकार्बोनाइजेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जल संसाधन प्रबंधन: कंपनी के भारतभर के सभी परिचालनों में Zero Liquid Discharge (ZLD) हासिल किया गया है। साथ ही, 35 करोड़ लीटर वर्षा जल का संग्रह किया गया है।
सर्कुलैरिटी: वित्त वर्ष के दौरान लगभग 4.1 लाख टन स्टील स्क्रैप का उपयोग किया गया, जो कुल इस्पात उत्पादन के 5.7% स्क्रैप मिश्रण का प्रतिनिधित्व करता है। महाराष्ट्र के खोपोली स्थित स्क्रैप प्रोसेसिंग प्लांट ने आपूर्ति श्रृंखला में सर्कुलैरिटी को और गति दी है, जिससे कंपनी वर्ष 2030 तक 10% स्क्रैप मिश्रण हासिल करने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रही है।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि, कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन और कार्बन कैप्चर जैसी अगली पीढ़ी की स्टीलमेकिंग तकनीकों के उपयोग की दिशा में अग्रसर है। AM/NS India, ArcelorMittal के XCarb™ India Accelerator Program (जिसमें IIT मद्रास भी शामिल था) से भी जुड़ी रही है। इस कार्यक्रम के तहत डिकार्बोनाइजेशन टेक्नोलॉजी पर कार्य कर रहे 50 स्टार्टअप्स के साथ संवाद हुआ, जिनमें से 3 कंपनियों को आर्सेलरमित्तल द्वारा सीड फंडिंग प्रदान की गई, जिससे नवाचार को और बढ़ावा मिला।
सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहलें:
कंपनी अब तक देशभर के लगभग 210 गांवों में 25 लाख से अधिक लोगों के जीवन को स्पर्श कर चुकी है।वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान लागू की गई
कुछ प्रमुख पहलें इस प्रकार हैं:
कौशल विकास (Daksh): 1,578 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिनमें से 911 को सफलतापूर्वक रोजगार मिला।
स्वास्थ्य (Aarogya): 6.6 लाख से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं त्वरित और सुगमता से उपलब्ध कराई गईं।
आजीविका (SAFAL): ‘सस्टेनेबल एग्रीकल्चर फॉर अल्टरनेटिव लाइवलीहुड (SAFAL)’ कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों की आय में औसतन 20% की वृद्धि दर्ज की गई।
पर्यावरण और ऊर्जा (Green & Ujjwala): वनारोपण और सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया है।
