गुजरात पुलिस ने मानव तस्करी रैकेट चलाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया
अहमदाबाद, 15 नवंबर (भाषा) गुजरात पुलिस की सीआईडी-अपराध शाखा ने एक मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने लोगों से विदेशों में उच्च वेतन वाली नौकरियों का वादा किया था तथा बाद में पीड़ितों से कुछ को म्यांमा में एक साइबर अपराध सिंडिकेट के लिए काम करने के लिए मजबूर किया था।
एक अधिकारी ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सोनल फड्डू, संजय फड्डू और शैलेश डाभी के रूप में की है। साथ ही इनके पास से तीन मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
साइबर अपराध शाखा की एक विज्ञप्ति के अनुसार, आरोपियों और उनके सहायक एजेंटों ने कथित तौर पर विदेशों में आकर्षक डेटा-एंट्री प्लेसमेंट का लालच देकर 41 नागरिकों की तस्करी की। इनमें से पांच पीड़ितों को म्यांमा, 15-15 को दुबई और वियतनाम, और छह को मलेशिया भेजा गया।
अधिकारी ने बताया, "आरोपियों द्वारा टिकट बुक कराने के बाद पांच पीड़ितों को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए रवाना कर दिया गया। बाद में उन्हें मियाज अली और तनवीर नामक पाकिस्तानी आकाओं को सौंप दिया गया। ये आका पीड़ितों के उतरते ही उनके पासपोर्ट, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त कर लेते थे और उन्हें म्यांमा भेज देते थे।"
अधिकारी ने कहा, "पीड़ितों को म्यावाड्डी टाउनशिप के केके पार्क में बंधक बनाकर रखा गया था और उन्हें फिशिंग, क्रिप्टो स्कैम, डेटिंग स्कैम और पोंजी स्कीम सहित साइबर धोखाधड़ी के धंधों में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था। उन्हें कैद में शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया।"
अधिकारी ने बताया कि पीड़ित म्यांमा स्थित भारतीय दूतावास के प्रयासों से वहां से लौटने में सफल रहे। इसके बाद उन्होंने पुलिस को इन एजेंटों के बारे में सूचित किया।
