सूरत : एसजीसीसीआई और आईसीएआई–डब्ल्यूआईआरसी ने ‘सेवा सारथी परियोजना’ पर काम करने पर सहमति व्यक्त की

सूरत के उद्योगों के हित में एआई, स्टार्टअप और श्रम कानून पर बड़े कॉन्क्लेव आयोजित किए जाएंगे

सूरत : एसजीसीसीआई और आईसीएआई–डब्ल्यूआईआरसी ने ‘सेवा सारथी परियोजना’ पर काम करने पर सहमति व्यक्त की

सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) में गुरुवार, 13 नवंबर 2025 को भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) – पश्चिमी क्षेत्र (WIRC) के प्रतिनिधिमंडल के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में उद्योगों और व्यावसायिक जगत के हितों को ध्यान में रखते हुए कई प्रमुख विषयों पर व्यापक चर्चा हुई।

बैठक में ICAI–WIRC के अध्यक्ष सीए केतन सैया, उपाध्यक्ष सीए पीयूष चांडक, सचिव सीए जिनल सावला, कोषाध्यक्ष सीए डॉ. फेनिल शाह, विकासा मुंबई के अध्यक्ष सीए जितेंद्र सगलानी सहित सूरत शाखा के पदाधिकारी—सीए अश्विन भाऊवाला, सीए राहुल अग्रवाल, सीए शैलेश लखनकिया, सीए प्रीतेश शाह और सीए चिम्पू लापसीवाला—उपस्थित थे।

चैंबर की ओर से कार्यवाहक अध्यक्ष अशोक जीरावाला, मानद मंत्री बिजल जरीवाला और मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। बैठक में सूरत के औद्योगिक क्षेत्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की बढ़ती जरूरत, वित्तीय पारदर्शिता, अनुपालन प्रणाली, MSME के लिए कानूनी सलाह तथा उद्योगों को भविष्य में आवश्यक पेशेवर सहयोग जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।


आईसीएआई–डब्ल्यूआईआरसी की सीएसआर समिति द्वारा शुरू की गई ‘सेवा सारथी परियोजना’ के तहत गैर-सरकारी संगठनों और धर्मार्थ ट्रस्टों के लिए विशेष सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

चैंबर की सीएसआर समिति के साथ इस परियोजना को जोड़ने के अनुरोध पर ICAI–WIRC के अध्यक्ष सीए केतन सैया ने सकारात्मक सहमति दी।
दोनों संगठनों ने निर्णय लिया कि सामाजिक कार्यों के साथ-साथ कॉर्पोरेट जगत में भी सीएसआर परियोजनाओं को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाया जाएगा।

सीए केतन सैया ने घोषणा की कि ICAI–WIRC सूरत में तीन प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करेगा : एआई कॉन्क्लेव, स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव, लेबर लॉ कॉन्क्लेव ।

उन्होंने प्रस्ताव रखा कि इन सभी कॉन्क्लेव का आयोजन एसजीसीसीआई के साथ साझेदारी में किया जाए, ताकि सूरत के उद्यमियों और स्टार्टअप्स को प्रत्यक्ष लाभ मिल सके। चैंबर के पदाधिकारियों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।

इन कार्यक्रमों से उद्योग जगत को आधुनिक तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, श्रम कानूनों, स्टार्टअप इकोसिस्टम और वित्तीय प्रबंधन जैसे विषयों पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन मिलेगा।

दोनों संगठनों ने ज्ञान साझेदारी बढ़ाने, संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों और उद्योग सहायता योजनाओं को और व्यापक बनाने पर सहमति व्यक्त की।
सूरत के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने भी उद्योग और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में अधिक सक्रिय योगदान देने की इच्छा जताई।

बैठक के समन्वयन का कार्य चैंबर के मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी द्वारा किया गया। बैठक सकारात्मक और परिणामोन्मुख रही, जिसमें सूरत के उद्योगों के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

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