सूरत : एआई टेक्नोलॉजी आधारित ज्वेलरी डिजाइन का नया युग शुरू: ISGJ ने कतारगाम में नया GenZ कैंपस शुरू किया
सूरत के हीरा–ज्वेलरी उद्योग को मिलेगी नई दिशा, नई पीढ़ी के लिए हाईटेक कोर्स शुरू
सूरत। सूरत के हीरा और ज्वेलरी उद्योग के लिए एक नया और तकनीकी रूप से समृद्ध अध्याय की शुरुआत हुई है। इंटरनेशनल स्कूल ऑफ जेम्स एंड ज्वेलरी (ISGJ) ने कतारगाम में अपने नए Next GenZ कैंपस का शुभारंभ किया है, जहां अब एआई (AI) आधारित ज्वेलरी डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग कोर्स पढ़ाए जाएंगे।
हीरा और ज्वेलरी क्षेत्र में विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने वाली यह प्रतिष्ठित संस्था अब शहर के हीरा उद्योग के केंद्र—कतारगाम तक पहुंच चुकी है।
नए कैंपस में छात्रों को 15 अलग-अलग तरह के कोर्स जैसे जेम्स, ज्वेलरी, डायमंड, डायमंड ग्रेडिंग, वैल्यूएशन और एआई बेस्ड डिजाइन की ट्रेनिंग दी जाएगी। ये कोर्स नई पीढ़ी को वैश्विक ज्वेलरी मार्केट की मांग के अनुसार हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग प्रदान करेंगे।
ISGJ के प्रतिनिधि कल्पेश देसाई ने बताया कि, “कतारगाम में शुरू हुआ यह नया ज्वेलरी डिजाइन और रिसर्च सेंटर आने वाले समय में हजारों युवाओं को रोजगार और आत्मनिर्भरता का अवसर देगा। यहां नवीनतम हाई-टेक और एआई टेक्नोलॉजी के माध्यम से डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग सिखाई जाएगी।
आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित 5,000 वर्ग फुट का कैंपस
कतारगाम का यह कैंपस 5,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें स्टेट-ऑफ-द-आर्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक लैबोरेटरी, मशीनरी और टेक्नोलॉजी सुविधाएं उपलब्ध हैं। छात्रों को ऐसा वातावरण दिया गया है, जिसमें वे वास्तविक इंडस्ट्री जैसे माहौल में काम करने का अनुभव प्राप्त कर सकें।
वैश्विक स्तर पर ISGJ की पहचान
ISGJ के कैंपस फिलहाल अहमदाबाद, हैदराबाद, श्रीलंका और रूस में कार्यरत हैं, और अब संस्था अफ्रीका में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर रही है।
संस्था इस समय 27 से अधिक विशेष कोर्स संचालित करती है, जिनमें भारत का पहला BBA in Jewellery Design & Management और MBA in Jewellery Business Management शामिल हैं।
अब तक 25,000 से अधिक विद्यार्थी ISGJ से ग्रेजुएट होकर उद्योग जगत में अपनी पहचान बना चुके हैं।
