सूरत : राजभाषा अधिकारी शक्तिवीर सिंह को मिला “राजभाषा उत्कल सम्मान-2025”
विश्व हिंदी परिषद, ओड़िशा प्रांत द्वारा भुवनेश्वर राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने किया सम्मान
विश्व हिंदी परिषद, ओड़िशा प्रांत के तत्वावधान में रविवार को राजभवन, भुवनेश्वर में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओड़िशा के महामहिम राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति थे।
समारोह में हिंदी और ओड़िया भाषा के साहित्यकारों, समाजसेवियों, राजभाषा कर्मियों तथा हिंदी के प्रचार–प्रसार में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभूतियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान राजभाषा अधिकारी शक्तिवीर सिंह को हिंदी राजभाषा के प्रभावी कार्यान्वयन एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए “राजभाषा उत्कल सम्मान-2025” से अलंकृत किया गया। राज्यपाल ने उन्हें प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री एवं पद्मभूषण सम्मानित डॉ. यार्लगड्डा लक्ष्मी प्रसाद ने की। मौके पर राज्यसभा सांसद सुश्री ममता मोहंता, परिषद के महासचिव डॉ. विपिन कुमार तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र सहित कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। ध्यान देने योग्य है कि श्री सिंह को इससे पूर्व हिंदी दिवस 2025 के राष्ट्रीय समारोह में भी गृह एवं सहकारिता मंत्री की ओर से पुरस्कृत किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश के इटावा निवासी शक्तिवीर सिंह वर्तमान में गेल (इंडिया) लिमिटेड, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, सूरत में राजभाषा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। हिंदी भाषा के संवर्धन, प्रचार–प्रसार और प्रभावी कार्यान्वयन हेतु उनके प्रयास संस्थान और समाज के लिए प्रेरणादायी माने जा रहे हैं।
