राजकोट में खानाबदोश समुदाय के लिए विशेष शिविर आयोजित

मुख्यमंत्री पटेल समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध : भरतभाई पटनी

राजकोट में खानाबदोश समुदाय के लिए विशेष शिविर आयोजित

खानाबदोश विमुक्त (स्वतंत्र विचरण करने वाला) समुदाय विकास एवं कल्याण बोर्ड के सदस्य भरतभाई पटनी की अध्यक्षता में राजकोट सर्किट हाउस में खानाबदोश एवं विमुक्त समुदायों के कल्याण हेतु विशेष शिविर का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में समुदाय के लोग उपस्थित रहे। इस शिविर का उद्देश्य समुदाय के आर्थिक, सामाजिक उत्थान और सरकारी योजनाओं के लाभ से जोड़ने की दिशा में जागरूकता फैलाना था।

भरतभाई पटनी ने 40 जातियों के प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और समुदाय नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सबसे अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने के सिद्धांत के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खानाबदोश और विमुक्त समुदाय भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने वाला समुदाय है, जिसने ऐतिहासिक रूप से समाज की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उन्होंने बताया कि गुजरात में कुल 40 जातियों में से 28 खानाबदोश और 12 विमुक्त समुदाय शामिल हैं, जिनकी जनसंख्या लगभग 1.5 से 2.5 करोड़ है। चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि अब भी करीब 25 लाख लोग सरकारी रजिस्ट्रेशन से वंचित हैं और उन्हें योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई बीज योजना का उल्लेख करते हुए पटनी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य खानाबदोश समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ना और महिलाओं को सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत देशभर में 5,000 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं, जिनमें से 1,000 से अधिक गुजरात में सक्रिय हैं।

उन्होंने कहा कि समाज को अंधविश्वास, रूढ़ियों और व्यसनों से दूर रहकर शिक्षा और संगठन की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। साथ ही सामाजिक न्याय और आजीविका समुदाय के प्रमुख मुद्दे हैं। उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल हाशिए पर खड़े लोगों के हितों के लिए संवेदनशील हैं और सरकार विकास के हर प्रयास में साथ खड़ी है।

भरतभाई पटनी ने सुझाव दिया कि आने वाले समय में तालुका स्तर पर शिविर आयोजित किए जाएँ ताकि समुदाय को सरकारी योजनाओं, सहायता प्रमाणपत्रों और रोजगार अवसरों की सही जानकारी मिल सके। उन्होंने गुजरात में विक्रेता अधिनियम पर भी चर्चा की आवश्यकता जताई।

शिविर में आवास, सरकारी प्रमाणपत्र, सामाजिक सुरक्षा, रोजगार और आरक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। विकासशील जाति विभाग के उप निदेशक डी. ए. पिपलिया ने भी जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।

राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर उपस्थित लोगों ने देश की अखंडता और सुरक्षा की शपथ भी ली। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई और समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ। इस अवसर पर समाजसेवी दिलीपभाई चौधरी, रमेशभाई चुडासमा, गोपाल बोराणा, सुखदेव देलवानिया सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

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