सूरत : डुमस 'सी-फेस' प्रोजेक्ट की बाधा दूर: हाईटेंशन लाइन को ऊपर उठाया जाएगा, 20 करोड़ रुपये की बचत
लाइन शिफ्ट करने की 23 करोड़ की योजना स्थगित, ₹3.5 करोड़ में लाइन ऊपर उठाने का प्रस्ताव मनपा शासकों के सामने
सूरत। डुमस सी-फेस डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत आ रही हाईटेंशन लाइन की समस्या को हल करने के लिए सूरत नगर निगम (SMC) ने एक लागत-प्रभावी (Cost-Effective) विकल्प चुना है। लाइन को स्थानांतरित करने की महँगी योजना को बदलकर अब उसे ऊपर उठाने का निर्णय लिया गया है।
परियोजना में हो रही थी देरी गेटको (GETCO) विभाग की 220 केवी तलंगपुर-इच्छापुर ईएचटी लाइन डुमस सी-फेस डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की भूमि से होकर गुजरती है। इस हाईटेंशन लाइन के कारण परियोजना के ज़ोन-1 (पैकेज-1 आंशिक रूप से और पैकेज-2 पूरी तरह से) के विकास कार्य में बाधा आ रही थी, जिससे काम में देरी होने की संभावना थी।
लागत में बड़ी बचत पहले इस लाइन को 'सूडा' की घोषित सड़क पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई गई थी, जिसकी अनुमानित लागत ₹22 से ₹23 करोड़ आंकी गई थी। हालाँकि, चूँकि इस सड़क की जमीन अभी तक निजी स्वामित्व से अधिग्रहित नहीं हुई है, इसलिए विकल्प के तौर पर लाइन को ऊपर उठाने का फैसला किया गया है।
शिफ्टिंग की अनुमानित लागत: ₹22-23 करोड़
ऊपर उठाने की अनुमानित लागत: लगभग ₹3.5 करोड़
इस निर्णय से मनपा को करीब ₹20 करोड़ की बड़ी बचत होने की उम्मीद है। फिलहाल, GETCO ने इस लाइन को ऊपर उठाने के लिए ₹5.62 करोड़ की लागत और ₹34.88 लाख का राजस्व घाटा दिखाया है। इस लाइन को ऊपर उठाने के संबंध में अंतिम मंज़ूरी के लिए एक प्रस्ताव मनपा शासकों के सामने रखा गया है, ताकि परियोजना को समय सीमा के भीतर पूरा किया जा सके।
