सूरत : नगर निगम चुनाव की सरगर्मी तेज़, राज्य चुनाव आयोग ने जारी की वार्डवार आरक्षण सूची
फरवरी में चुनाव की संभावना; 120 सीटों में से 60 महिलाओं के लिए आरक्षित, पिछड़ा वर्ग के लिए 32 सीटें तय
सूरत। गुजरात में फरवरी 2026 में स्थानीय निकाय चुनाव होने की संभावना है। इसमें राज्य के पुराने 6 नगर निगमों के साथ ही हाल ही में गठित 9 नए नगर निगमों के भी चुनाव कराए जाएंगे। 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण लागू होने के बाद अब अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, भावनगर और जूनागढ़ नगर निगमों सहित सभी स्थानों पर वार्डवार आरक्षण की घोषणा राज्य चुनाव आयोग द्वारा कर दी गई है।
राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी नवीनतम अधिसूचना के अनुसार, सूरत नगर निगम (एसएमसी) में कुल 30 वार्ड और 120 सीटें निर्धारित की गई हैं। इनमें से 50 प्रतिशत यानी 60 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं।
कुल 120 सीटों में से 40 सीटें सामान्य वर्ग के लिए और 80 सीटें आरक्षित वर्ग के लिए रखी गई हैं। आरक्षित सीटों का विवरण इस प्रकार है:
अनुसूचित जाति (SC): 3 सीटें, जिनमें से 1 महिला के लिए आरक्षित।
अनुसूचित जनजाति (ST): 4 सीटें, जिनमें से 2 महिला के लिए आरक्षित।
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): 32 सीटें, जिनमें से 16 महिलाओं के लिए आरक्षित।
इस प्रकार, महिलाओं और पिछड़ा वर्ग को सूरत नगर निगम चुनावों में महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व मिलेगा।
राज्य चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2011 की जनगणना के मुताबिक सूरत की कुल जनसंख्या 46,45,384 है। शहर को 30 वार्डों में विभाजित किया गया है, जिनकी औसत जनसंख्या 1,54,846 प्रति वार्ड है। जनसंख्या में ±10 प्रतिशत के मानक को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या 1,39,361 से 1,70,331 के बीच रखी गई है।

राज्य चुनाव आयोग जल्द ही मतदाता सूची के पुनरीक्षण और अंतिम अधिसूचना की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके बाद नामांकन, प्रचार और मतदान की तिथियाँ घोषित की जाएंगी।
राजनीतिक दलों ने अब से ही अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है, क्योंकि सूरत नगर निगम राज्य की सबसे समृद्ध और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण नगरपालिकाओं में से एक मानी जाती है।
