सूरत : बिहार विकास मंडल के तत्वावधान में वीयर कम कॉजवे घाट पर हुआ छठ महापर्व का भव्य आयोजन
हजारों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य
आस्था, अनुशासन और लोकसंस्कृति के प्रतीक छठ महापर्व का आयोजन इस वर्ष भी सूरत के वीयर कम कॉजवे घाट पर भव्य रूप से किया गया। बिहार विकास मंडल द्वारा सूरत नगर निगम के सहयोग से आयोजित इस पर्व में हजारों की संख्या में सूर्य भक्तों ने भाग लिया और 27 अक्टूबर 2025 (सोमवार) की सायंकाल डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
यह पर्व उत्तर भारत का एकमात्र ऐसा त्योहार है जिसमें सबसे पहले डूबते सूर्य की पूजा की जाती है। श्रद्धालुओं ने घाट पर पहुँचकर परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना की और सूर्य देव से अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
सूरत में बसे बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के भक्तगण पिछले 32 वर्षों से इस घाट पर छठ महापर्व और नववर्ष का आयोजन करते आ रहे हैं। इस वर्ष भी भक्तों की आस्था के आगे बरसात का पानी और उकाई डेम का बहाव कोई बाधा नहीं बन सका। भक्तों ने बहते जल में डुबकी लगाकर श्रद्धा और विश्वास के साथ सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
आयोजन में बिहार विकास मंडल के अध्यक्ष प्रभुनाथ प्रसाद यादव, सचिव बांके बिहारी सिंह, नंदकुमार पंडित, भाजपा उपाध्यक्ष श्रीमती पूनम देवी, दीनानाथ चौरसिया, जितेंद्र गुरुदेव, उदय प्रकाश, शमशेर सिंह, संदीप दुबे सहित अनेक पदाधिकारी, स्वयंसेवक और पुलिस प्रशासन की टीम ने मिलकर कार्यक्रम की व्यवस्था को सफल बनाया। पूरा घाट भक्तिमय माहौल में सराबोर रहा। लोकगीतों की गूंज, पूजा की थालियों की चमक और श्रद्धालुओं की आस्था ने सूरत की शाम को अध्यात्म और संस्कृति के रंग में रंग दिया।
