सूरत : नवी सिविल अस्पताल में 41 वर्षीय ब्रेन-डेड हेमंतकुमार पटेल के अंगदान से पाँच लोगों को मिला नया जीवन
81वाँ सफल अंगदान; भरूच के अंकलेश्वर निवासी हेमंतभाई पटेल ने लिवर, दो किडनी और दो आँखें दान कीं — परिवार ने लिया मानवीय निर्णय
सूरत। सूरत के नवी सिविल अस्पताल में एक और प्रेरणादायक अंगदान हुआ है। भरूच जिले के अंकलेश्वर निवासी 41 वर्षीय हेमंतकुमार धनसुखभाई पटेल के ब्रेन-डेड घोषित होने के बाद, उनके परिवार ने लिवर, दो किडनी और दो आँखें दान कर पाँच लोगों को नया जीवन देने का निर्णय लिया। यह न्यू सिविल अस्पताल का 81वाँ सफल अंगदान है।
जानकारी के अनुसार, हेमंतभाई पटेल 12 अक्टूबर को अंकलेश्वर में एक बिल्डिंग की पहली मंजिल से गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें पहले जयाबेन मोदी अस्पताल अंकलेश्वर और बाद में 16 अक्टूबर को सूरत न्यू सिविल अस्पताल लाया गया। चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद 18 अक्टूबर को न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. जय पटेल की टीम ने उन्हें ब्रेन-डेड घोषित किया।
इसके बाद, सोटो टीम और काउंसलर इकबाल कड़ीवाला ने परिवार को अंगदान का महत्व समझाया। दुःख की इस घड़ी में भी हेमंतभाई की पत्नी स्तुतिबेन पटेल ने साहस दिखाते हुए अंगदान के लिए सहमति दी। उन्होंने कहा,
“यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन अगर मेरे पति के अंगों से किसी की जान बच सकती है, तो यह सबसे बड़ा दान है। मेरे पति अब किसी और के जीवन में जीवित रहेंगे — यही मेरे लिए सबसे बड़ी सांत्वना है।”
हेमंतभाई का लिवर और दोनों किडनी अहमदाबाद के आईकेडी अस्पताल भेजी गईं, जबकि दोनों आँखें सूरत न्यू सिविल आई बैंक को दान में दी गईं।
सिविल अस्पताल की अधीक्षक डॉ. धारित्री परमार के मार्गदर्शन में पूरी टीम — डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों और स्वयंसेवकों — ने इस प्रक्रिया को सफल बनाया।
सूरत न्यू सिविल अस्पताल अब तक 81 सफल अंगदानों के साथ राज्य में मानवता और सामाजिक जागरूकता का प्रतीक बन चुका है।