सूरत : पिपराली के प्रमोद अग्रवाल को समाज सेवा और स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान के लिए मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि
बर्लिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में किया सम्मानित, शेखावाटी की धरती से जुड़े सूरत के उद्योगपति को अंतर्राष्ट्रीय पहचान
समाज सेवा और स्वास्थ्य क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सूरत के उद्योगपति और समाजसेवी प्रमोद अग्रवाल पिपराली को डॉक्टरेट की मानद उपाधि (Honorary Doctorate) से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित सम्मान बर्लिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए द्वारा आयोजित इंटलेक्चुअल कंवेल 2025 समारोह में उन्हें प्रदान किया गया।
यह भव्य कार्यक्रम 12 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित हुआ। इस अवसर पर भारत में आइसलैंड के राजदूत बेनेडिक्ट होस्कुलडसन, कोस्टा रिका गणराज्य के राजदूत नेस्टर गेब्रियल बाल्टोडानो वर्गास, न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी, न्यायमूर्ति एस.एल. भयाना, और ऑस्ट्रेलिया के लॉ स्कॉलर डॉ. विक गैफ़नी सहित कई गणमान्य अतिथि और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
प्रमोद अग्रवाल, मूलतः राजस्थान के सीकर जिले के पिपराली गांव के निवासी हैं। वर्ष 1994 में वे अपनी कर्मस्थली सूरत आए, जहां से उन्होंने उद्योग और समाज सेवा दोनों क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने बताया कि सूरत की धार्मिक संस्था श्री श्याम भक्त मित्र मंडल और लायंस क्लब इंटरनेशनल ने उन्हें एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान दिलाई।
प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि यह सम्मान उनके समाजसेवा के जज़्बे को और मजबूत करता है। उन्होंने बताया कि उनका जीवन मंत्र “नर सेवा ही नारायण सेवा है” रहा है और वे इसी सिद्धांत पर आगे भी समाज के हित में कार्य करते रहेंगे।