सूरत : उधना स्टेशन पर उमड़ा प्रवासियों का सैलाब, पुलिस सीसीटीवी से रख रही कड़ी निगरानी

दिवाली, छठ और बिहार चुनाव के लिए हजारों यात्री अपने गृहनगरों के लिए रवाना — प्लेटफॉर्म पर पैर रखने की जगह नहीं

सूरत : उधना स्टेशन पर उमड़ा प्रवासियों का सैलाब, पुलिस सीसीटीवी से रख रही कड़ी निगरानी

सूरत। दिवाली, छठ पूजा और बिहार विधानसभा चुनाव के एक साथ आने से सूरत के उधना रेलवे स्टेशन पर प्रवासी यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पूर्वी राज्यों के लिए निकलने वाले हजारों श्रमिकों और परिवारों की भीड़ से प्लेटफॉर्म पूरी तरह भर गए हैं। स्थिति यह है कि स्टेशन पर पैर रखने की भी जगह नहीं बची।

सूरत हीरा और कपड़ा उद्योग का केंद्र है, जहाँ लाखों प्रवासी श्रमिक कार्यरत हैं। हर साल त्योहारी सीजन में लोग अपने घरों को लौटते हैं, लेकिन इस बार चुनावी सीजन के चलते अभूतपूर्व भीड़ देखने को मिल रही है। कई यात्री ट्रेनों में सीट पाने के लिए धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी की स्थिति बन गई, जिससे बच्चों और बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और गुजरात रेलवे पुलिस (GRP) की टीमें बड़ी संख्या में तैनात की गई हैं। अधिकारी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से प्लेटफॉर्म और प्रवेश द्वारों पर नजर रख रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष बैरिकेडिंग और दिशा-निर्देश बोर्ड भी लगाए गए हैं।

रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त विशेष ट्रेनें और अनारक्षित डिब्बे जोड़े हैं। इस बार भारतीय रेलवे द्वारा देशभर में 12,000 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जो 15 नवंबर तक संचालित रहेंगी।

गुजरात से चलने वाली प्रमुख विशेष ट्रेनें: अहमदाबाद–पटना स्पेशल ट्रेन – 1 अक्टूबर से 15 नवंबर तक, सप्ताह में दो बार। सूरत–दरभंगा स्पेशल ट्रेन – हर तीन दिन में एक बार संचालन। बांद्रा टर्मिनस–गोरखपुर स्पेशल ट्रेन – छठ पूजा की पूर्व संध्या पर विशेष व्यवस्था।

रेल मंत्रालय के अनुसार, इन ट्रेनों से यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी, रूट विकल्प अधिक मिलेंगे और भीड़-भाड़ वाली ट्रेनों में राहत मिलेगी।

अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें, रेलवे और पुलिस कर्मियों के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा करें।