राजकोट : भारतीय शिक्षण मंडल, सौराष्ट्र प्रांत द्वारा “परिचायक वर्ग” का सफल आयोजन
राजकोट में आयोजित वर्ग में 80 से अधिक कार्यकर्ताओं ने लिया हिस्सा, संगठन के उद्देश्य, राष्ट्र निर्माण और भावी योजनाओं पर हुई प्रेरक चर्चा
भारतीय शिक्षण मंडल, सौराष्ट्र प्रांत द्वारा आयोजित “परिचायक वर्ग” का आयोजन 12 अक्टूबर 2025, रविवार को आरएसएस सेवा भारती भवन, राजकोट में संपन्न हुआ। इस वर्ग का उद्देश्य सौराष्ट्र प्रांत के चयनित कार्यकर्ताओं के बौद्धिक विकास और प्रशिक्षण का आयोजन था।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, ध्येय श्लोक एवं ध्येय वाक्य के साथ हुआ। तत्पश्चात् गुरुकुल गतिविधि के प्रांत प्रमुख डॉ. जगत तेरैया द्वारा मंत्रगान प्रस्तुत किया गया। इसके बाद अनिलभाई राखोलीया ने भावपूर्ण गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम का वातावरण प्रेरणादायक बना दिया।
भारतीय शिक्षण मंडल, सौराष्ट्र प्रांत के अध्यक्ष सुरेश नहाटा ने मुख्य अतिथि अजय धाकरसजी (पश्चिम क्षेत्र संपर्क अधिकारी एवं अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख, नागपुर) और कमलेशभाई रादडिया (सह प्रांत प्रचारक, सौराष्ट्र प्रांत) का परिचय एवं स्वागत किया।
डॉ. हरेश बांभणिया, युवा गतिविधि प्रमुख, सौराष्ट्र प्रांत ने भारतीय शिक्षण मंडल की भूमिका, उद्देश्य और राष्ट्र निर्माण में उसकी सहभागिता पर विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम में लगभग 80 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रथम सत्र का संचालन डॉ. जयेनभाई ठाकर ने किया, जिसमें मुख्य वक्ता कमलेशभाई रादडिया ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों और उनकी वैचारिक पृष्ठभूमि का विस्तार से विवरण दिया।
द्वितीय सत्र का संचालन डॉ. रमेश कोठारी ने किया। इस सत्र में डॉ. जयेनभाई ठाकर ने भारतीय शिक्षण मंडल की विविध गतिविधियों का परिचय कराया। तत्पश्चात् मुख्य वक्ता अजय धाकरसजी ने संगठन की कार्यदिशा, उद्देश्य एवं भावी योजनाओं पर अत्यंत प्रेरणादायक उद्बोधन दिया।
कार्यक्रम के समापन पर मंडल रचना एवं उसके अंतर्गत अध्ययन और युवा संवाद के महत्व पर बल दिया गया। संपूर्ण आयोजन गरिमामय, सारगर्भित और प्रेरणादायक रहा, जिसने प्रतिभागियों में संगठन और राष्ट्र निर्माण के प्रति नई ऊर्जा का संचार किया।