सूरत : नगर निगम के ग्रीन बॉन्ड को ऐतिहासिक प्रतिक्रिया: 7.5 गुना ओवरसब्सक्राइब

पूंजी बाजार में सूरत ने रचा इतिहास; खुदरा निवेशकों ने भी बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

सूरत : नगर निगम के ग्रीन बॉन्ड को ऐतिहासिक प्रतिक्रिया: 7.5 गुना ओवरसब्सक्राइब

सूरत। सूरत नगर निगम (एसएमसी) द्वारा जारी 200 करोड़ रुपये के ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड को पूंजी बाजार में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। निवेशकों के उत्साह के चलते यह बॉन्ड 7.5 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ, जिससे सूरत ने एक नया वित्तीय इतिहास रच दिया। यह गुजरात का पहला म्युनिसिपल ग्रीन बॉन्ड है, जिसकी राशि पर्यावरण-संबंधी परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।

6 से 9 अक्टूबर तक खुले इस बॉन्ड में विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। क्यूआईबी श्रेणी में 8.8 गुना, एचएनआई श्रेणी में 7.48 गुना, और  खुदरा श्रेणी में 3.3 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया। यह प्रदर्शन सूरत की हरित परियोजनाओं, वित्तीय पारदर्शिता और स्थिरता में निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।

स्थायी समिति के अध्यक्ष राजन पटेल ने कहा कि पहले ही दिन निवेशकों का बंपर रिस्पॉन्स मिला है। उन्होंने बताया, “हमारा प्रयास रहा कि केवल संस्थागत निवेशक ही नहीं, बल्कि आम शहरीजन भी इस बॉन्ड में हिस्सेदारी करें ताकि उन्हें नगर निगम के ग्रीन विकास में भागीदारी का अनुभव हो। 9 अक्टुबर तक निवेशक निवेश कर सकते है।

नगर निगम आयुक्त शालिनी अग्रवाल ने जानकारी दी कि एसएमसी ने 200 करोड़ रुपये (100 करोड़ बेस इश्यू + 100 करोड़ ग्रीन शू ऑप्शन) के बॉन्ड जारी किए हैं, जिन्हें सेबी ने 18 सितंबर को मंज़ूरी दी थी।

उन्होंने बताया, “यह बॉन्ड पहले ही दिन 7.50 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ, जो सूरत की वित्तीय साख और पारदर्शी प्रशासन का प्रमाण है।”बॉन्ड पर 8% से 8.16% तक का वार्षिक ब्याज मिलेगा और क्रिसिल ने इसे AA+/स्थिर रेटिंग दी है। न्यूनतम आवेदन राशि ₹10,000 रखी गई है।

महापौर दक्षेश मावाणी ने कहा कि सूरत नगर निगम देश का अग्रणी निगम है और हाल ही में एनएसई में आयोजित रोड शो के बाद निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है। उन्होंने बताया कि “यह ग्रीन बॉन्ड भारत के नेट ज़ीरो 2070 मिशन और गुजरात सरकार के 2047 नेट ज़ीरो लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।”

उन्होंने आगे कहा कि सूरत नगर निगम की 2019 की डेडिकेटेड व्हीकल पॉलिसी और ई-व्हीकल नीति के परिणामस्वरूप ग्रीन विकास परियोजनाओं में निरंतर प्रगति हो रही है। निगम के ₹10,000 करोड़ के वार्षिक बजट में से 10 प्रतिशत राशि पर्यावरणीय परियोजनाओं के लिए समर्पित की गई है।

Tags: Surat