सूरत : 'स्वस्थ महिला, सशक्त परिवार अभियान' पर जागरूकता सत्र आयोजित
चैंबर ऑफ कॉमर्स और सूरत नगर निगम की संयुक्त पहल, विशेषज्ञों ने महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण पर दी महत्वपूर्ण जानकारी
सूरत। दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और सूरत नगर निगम की संयुक्त पहल पर ‘स्वस्थ महिला, सशक्त परिवार अभियान’ विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और परिवार के समग्र सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता फैलाना था।
सत्र के दौरान पैनल चर्चा में डॉ. पारुल वडगामा, सुश्री आरती गंगवाल, सुश्री श्रद्धा शाह राज, सुश्री सुरुचि अग्रवाल और डॉ. ध्वनि पटेल ने महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर उपयोगी मार्गदर्शन दिया।
डॉ. काजल मंगुकिया ने विवाह पूर्व परामर्श (Pre-Marital Counseling) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “एक स्वस्थ परिवार की नींव विवाह से पहले ही रखी जा सकती है। विवाह से कम से कम छह महीने पूर्व प्री-मटेरियल रिपोर्ट कराना आवश्यक है।” इसमें रक्त परीक्षण, थायरॉइड, हेपेटाइटिस बी और सी, आनुवंशिक परीक्षण तथा रूबेला इम्यूनिटी जैसे परीक्षण शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि बदलती जीवनशैली और कार्य संस्कृति के कारण आज प्रतिदिन 5 से 10 योनिजन्य रोगों के मामले सामने आ रहे हैं।
वहीं डॉ. सोनिया चंदानी ने पोषण की कमी को देश की एक गंभीर समस्या बताते हुए कहा, “भारत की 40% आबादी पोषण की दृष्टि से कमजोर है। महिलाओं में एनीमिया और रक्त की कमी के मामले चिंताजनक हैं। बच्चों को एक वर्ष की उम्र तक मीठे खाद्य पदार्थों से दूर रखना चाहिए और फल-सब्ज़ियों पर आधारित पौष्टिक आहार देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं के लिए दूध, दही, पनीर, घी, बीज, फल और हरी सब्ज़ियाँ अत्यंत लाभदायक हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण देते हुए संगठन की स्वास्थ्य संबंधी पहलों की जानकारी दी।
महिला शाखा अध्यक्ष मयूरीबेन मेवावाला ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की, जबकि सुश्री किंजल जैन ने मंच संचालन किया।
कार्यक्रम में चैंबर के उपाध्यक्ष अशोक जीरावाला, जन स्वास्थ्य समिति के सदस्य और बड़ी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थीं। अंत में हर्षित हेमनानी ने उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम का समापन हुआ।