सूरत : गायपगला में किसान जागरूकता सम्मेलन आयोजित, 3,000 किसान हुए उपस्थित

सूरत, भरूच, नवसारी और वलसाड समेत दक्षिण गुजरात से जुटे किसान, प्रमुख वक्ताओं ने उठाए किसानों के मुद्दे

सूरत : गायपगला में किसान जागरूकता सम्मेलन आयोजित, 3,000 किसान हुए उपस्थित

सूरत ज़िले के गायपगला में खेडुत समाज गुजरात द्वारा विशाल किसान जागरूकता सम्मेलन आयोजित किया गया। इस अवसर पर सूरत, भरूच, नवसारी और वलसाड समेत दक्षिण गुजरात के लगभग तीन हज़ार किसान शामिल हुए। महाराष्ट्र से प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रो. हेमंत शाह और किसान नेता विजय जावंध्या की उपस्थिति सम्मेलन की खास विशेषता रही।

सम्मेलन में बिजली टावर लाइन से संबंधित भूमि अधिग्रहण, घाला लिग्नाइट खान परियोजना, भारतमाला परियोजना, वापी-शामलाजी राजमार्ग, पार-तापी नर्मदा लिंक नहर, नगर नियोजन योजनाएँ, एमएसपी (C2 + 50 प्रतिशत), काकरापार नहरों की 90 दिनों के लिए बंदी और चीनी के उचित मूल्य जैसी विभिन्न कृषि एवं किसान संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।

दक्षिण गुजरात खेडुत समाज के अध्यक्ष रमेश पटेल, सूरत जिला खेडुत समाज के अध्यक्ष परिमल पटेल और भरूच जिला खेडुत समाज के अध्यक्ष जयेश पटेल ने संबोधन में किसानों के अधिकारों और समस्याओं पर प्रकाश डाला। सहकारिता एवं किसान नेता दर्शन नायक ने आक्रामक अंदाज में सत्ताधारी दल के नेताओं पर तीखे आरोप लगाए और किसानों को जातिवाद से ऊपर उठकर अपने कर्तव्यों का पालन करने का संदेश दिया।

महाराष्ट्र से आए किसान नेता विजय जावंध्या ने शहरीकरण और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के मुद्दों पर प्रकाश डाला और प्रधानमंत्री पर व्यंग्य करते हुए किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक रहने की अपील की। प्रो. हेमंत शाह ने कहा कि देश में सहकारिता मंत्रालय की भूमिका वर्तमान में सहकारी क्षेत्र को कमजोर करने की रही है और गुजरात किसान समाज का आंदोलन इसे एक आजादी का आंदोलन साबित कर रहा है।

सम्मेलन में नहरों के बंदी और उद्योगों के लाभ के मुद्दे पर किसानों ने प्रस्ताव पारित किए और पूर्व में किसानों की सेवा करने वाले नेताओं को सम्मानित किया गया। आयोजन के दौरान गायपगला मंदिर ट्रस्ट, दत्त परिवार और स्टैड पारडी गांव के लोगों ने बारिश के कारण स्थल परिवर्तन में सहयोग किया।

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