सूरत : हीरा उद्योग इकाइयों और रत्न कलाकारों के लिए विशेष सहायता पैकेज-2025
राज्य सरकार देगी बच्चों की स्कूल फीस में सहायता, प्रभावित इकाइयों को ब्याज सब्सिडी का लाभ
सूरत। गुजरात के हीरा उद्योग, जो लाखों परिवारों को रोजगार और देश को विदेशी मुद्रा प्रदान करता है, को लेकर राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों से प्रभावित रत्न कलाकारों और सूक्ष्म इकाइयों के पुनर्वास हेतु विशेष सहायता पैकेज-2025 की घोषणा की गई है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और संयुक्त उद्योग आयुक्त जे.बी. दवे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि सूरत में रत्न कलाकारों के कुल 74,268 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 47,599 आवेदन प्रमाणित हुए हैं। इसके तहत बच्चों की स्कूल फीस का भुगतान किया जाएगा, जिसकी कुल राशि ₹65.50 करोड़ होगी।
हीरा उद्योग से सेवामुक्त हुए रत्न कलाकारों के बच्चों को प्रति बच्चे अधिकतम ₹13,500 तक की स्कूल फीस एक वर्ष के लिए 100% सहायता।
प्रभावित हीरा सूक्ष्म इकाइयों को पुनर्वास के लिए ब्याज सब्सिडी की सुविधा।
जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित, जिसमें उद्योग, श्रम, रोजगार, शिक्षा विभाग और हीरा संघ के प्रतिनिधि शामिल।
सूरत डायमंड एसोसिएशन की अनुशंसा के आधार पर लाभार्थियों को सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
यह सहायता पैकेज न केवल हजारों जौहरी परिवारों को आर्थिक सहारा देगा बल्कि उद्योग की स्थिरता बनाए रखने में भी मदद करेगा। मुख्यमंत्री पटेल के इस निर्णय को हीरा नगरी सूरत के लिए बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है।