वडोदरा : पोषण संगम कार्यक्रम से मिली नई जिंदगी: अदिति परमार कुपोषण से हुई मुक्त
14 दिन के विशेष उपचार और पौष्टिक आहार से वजन 5.2 किलो से बढ़कर 7.8 किलो हुआ, सामान्य श्रेणी में लौटी बच्ची
डेसर तालुका के देसर-3 आंगनवाड़ी केंद्र की एक वर्षीय अदिति अनिलभाई परमार, जो कभी अति कुपोषण के खतरे में थी, अब पोषण संगम कार्यक्रम की बदौलत सुपोषित हो गई है। राज्य सरकार के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग की इस पहल ने अदिति के जीवन को नई दिशा दी है।
मजदूरी करने वाले माता-पिता की व्यस्तता के कारण अदिति की सेहत पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा सका। आंगनवाड़ी केंद्र पर जांच में उसका वजन मात्र 5.2 किलो पाया गया, जिससे वह गंभीर कुपोषण के दायरे में आ गई। स्थिति चिंताजनक होने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, टेडागर बहनों, देसर सीडीपीओ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मिलकर अदिति को सीएमटीसी (Child Malnutrition Treatment Center) रेफर कराने का प्रयास किया। प्रारंभ में माता-पिता तैयार नहीं थे, लेकिन टीम के समझाने पर वे सहमत हो गए।
सीएमटीसी में 14 दिनों के विशेष उपचार और पौष्टिक भोजन के बाद अदिति का वजन बढ़कर 7.8 किलो हो गया। अब वह कुपोषण के लाल क्षेत्र से बाहर निकलकर सामान्य श्रेणी में आ गई है।
राज्य सरकार बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा में सुधार के लिए ‘बाल शक्ति पैकेट’ भी उपलब्ध करा रही है। वडोदरा जिले के देसर घटक के चार सेजा के अंतर्गत आने वाले 97 आंगनवाड़ी केंद्रों पर ये पौष्टिक पैकेट वितरित किए जाते हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के मार्गदर्शन में चल रही इस मानवीय पहल से अदिति जैसी कई बच्चियों को कुपोषण से मुक्ति दिलाकर स्वस्थ और मुस्कुराता बचपन प्रदान किया जा रहा है।