सूरत : निराशा को दूर कर मन को आनंदित कर देने वाला विचार भगवत स्वरुप होता है : राधाकृष्णजी महाराज
श्रीराम गौ भक्ति महोत्सव के चौथे दिन महाराजजी ने वृंदा-जालंधर प्रसंग और भगवान के अवतारों की महिमा का किया वर्णन
गौऋषि परम श्रद्धेय स्वामी श्री दत्तशरणानंदजी महाराज की प्रेरणा से लोक पूण्यार्थ न्यास शाखा, सूरत द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम गौ भक्ति महोत्सव के चौथे दिन गुरुवार को कथा का आयोजन सिटी लाइट स्थित अग्रसेन पैलेस के पंचवटी हॉल में हुआ। कथा के मुख्य मनोरथी श्रीमती गीता देवी गजानंदजी कंसल (कंसल ग्रुप), जयप्रकाशजी अग्रवाल (रचना ग्रुप) और सुभाषजी अग्रवाल (सुभाष साड़ी) रहे। यह आयोजन स्वर्गीय गोभक्त गजानंदजी कंसल एवं राधावल्लभजी जालान की स्मृति को समर्पित है।
व्यासपीठ से प्रवचन करते हुए गोवत्स राधाकृष्णजी महाराज ने बताया कि अधर्म बढ़ने पर धर्म की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेते हैं। उन्होंने जालंधर राक्षस और वृंदा प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि पत्नी की पतिव्रता से पति की सुरक्षा होती है और पति के पुण्य से पत्नी की रक्षा होती है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान के अवतार असंख्य हैं और जो भी विचार मन से निराशा दूर कर आनंद भर दे, वह भी भगवान का ही स्वरूप है। भौतिक संपत्ति तिजोरी की शोभा होती है, लेकिन अध्यात्मिक विचारों की संपत्ति से आनंद की अनुभूति होता है।
महाराजजी ने कहा कि हमेशा न तो कोई ज्ञानी रहता है और न ही कोई मूर्ख होता है। परमात्मा जब चाहे जिसको ज्ञानी-मूर्ख बना देते हैं। उन्होंने कहा कि भोजन का भूख तो अन्न पर समाप्त हो जाता है, लेकिन सम्मान की भूख अपमान में समाप्त होती है। महर्षि नारद को जब काम पर विजय का अंहकार हुआ तो भगवान ने उन्हें कुरुप बनाकर उनका अंहकार दूर कर परम मंगल किया।
महाराजजी ने आगे श्रीराम जन्म कथा सुनाते हुए बताया कि महाराजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ का आयोजन किया और यज्ञ प्रसाद (खीर) अपनी तीनों रानियों को वितरित किया। इसके परिणामस्वरूप श्रीराम जन्म हुआ, जिस पर पूरा अयोध्या नगर उल्लासित हो उठा और श्रद्धालु नृत्य करने लगे।
इस अवसर पर लोक पूण्यार्थ न्यास शाखा के चेयरमैन राकेश कंसल ने जानकारी दी कि कथा स्थल पर अखंड गो ज्योति प्रज्वलित है और पूंगनुर नस्ल की गौमाता *शिवशक्ति* एवं भैय्य गणेश नंदी के दर्शन-पूजन हेतु बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
मीडिया प्रभारी सज्जन महर्षि एवं प्रमोद कंसल ने बताया कि गुरुवार को अनेक महानुभावों ने कथा श्रवण किया, जिनमें जुगल किशोर अग्रवाल (अल्फा), राजेन्द्र खेतान, अशोक गोयल, मनमोहन जाजोदिया, सारंगपाणी जालान एवं समस्त जालान परिवार, अनिल अग्रवाल, दिनेश बंसल, राम रतन भूतड़ा, अर्जुन सिंह राजपुरोहित, घनश्याम मूंदड़ा, अजय शर्मा, पवन भूतड़ा, योगेंद्र शर्मा, मांगीलाल राजपुरोहित, नंदलाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख जन शामिल रहे।
सांवरमल माटोलिया, संदीप पोद्दार (अध्यक्ष, पथमेड़ा गोदाम) एवं विपिन जालान ने बताया कि शुक्रवार को प्रातः 6:30 बजे भटार क्षेत्र स्थित उमा भवन चार रास्ता से गीता भवन तक प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा।