राजकोट : विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस पर राजकोट जिले में 1.57 लाख वृक्षारोपण
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से गुजरात बना हरित राज्य, 22 हेक्टेयर में 22 वनावरण का निर्माण कार्य जारी
हर साल 26 सितंबर को ‘विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस’ मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य प्रकृति और पर्यावरण के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस वर्ष 2025 के लिए इसका विषय है— “स्वच्छ वायु, स्वस्थ जन”। इसी कड़ी में गुजरात के राजकोट जिले में 1.57 लाख से अधिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
गौरतलब है कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत पिछले वर्ष पूरे राज्य में 17.50 करोड़ पौधे वितरित किए गए, जिससे गुजरात देश में दूसरे स्थान पर रहा। वहीं, राजकोट-मोरबी जिले में 22 हेक्टेयर क्षेत्र में 22 वनावरणों का निर्माण कार्य जारी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि स्वच्छ वायु के बिना जीवन असंभव है। भोजन और पानी के बिना इंसान कुछ दिन जीवित रह सकता है, लेकिन शुद्ध हवा के बिना एक मिनट भी नहीं। बढ़ते प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक हो गई है।
भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘मिशन लाइफ’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियान पर्यावरण संरक्षण को जनआंदोलन बना रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के नेतृत्व में गुजरात ‘ग्रीन गोठ’ की अवधारणा और समग्र विकास की दृष्टि से आगे बढ़ रहा है।
हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने खेड़ा जिले के गलतेश्वर में 24वें सांस्कृतिक वन का उद्घाटन करते हुए कहा कि गुजरात ने पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। राज्य ने मिशन लाइफ, नवीकरणीय ऊर्जा, कैच द रेन और अमृत सरोवर जैसी योजनाओं के माध्यम से संतुलित विकास का मॉडल प्रस्तुत किया है।