सूरत में सतत अपशिष्ट जल प्रबंधन पर संगोष्ठी का आयोजन

मुख्य उद्देश्य कपड़ा उद्योगों को जागरूक करना और बढ़ते वैश्विक जल संकट से निपटने के लिए सतत समाधान उपलब्ध कराना

सूरत में सतत अपशिष्ट जल प्रबंधन पर संगोष्ठी का आयोजन

सूरत के सरसाना स्थित SANHATI, SIECC परिसर में द मैन मेड टेक्सटाइल्स रिसर्च एसोसिएशन (MANTRA) और द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SGCCI) द्वारा संयुक्त रूप से “सतत अपशिष्ट जल प्रबंधन में नवाचार” विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें पर्यावरण विशेषज्ञों, उद्योग प्रतिनिधियों और जल प्रबंधन क्षेत्र के हितधारकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों के पुष्पहार स्वागत से हुई। श्री विजय मेवावाला (पूर्व अध्यक्ष, एसजीसीसीआई) ने स्वागत भाषण दिया और विशेषकर कपड़ा उद्योगों में अपशिष्ट जल प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. अरूप रक्षित (निदेशक, मंत्रा) ने संगोष्ठी के उद्देश्यों एवं उपयोगिता को रेखांकित किया।

मुख्य वक्ता के रूप में नीरज मिठानी (निदेशक, एओलस सस्टेनेबल बायोएनर्जी प्रा. लि., सूरत) ने “सतत जल समाधान” पर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिए अपशिष्ट जल उपचार हेतु नवीन तकनीकों को अपनाना समय की मांग है। अपने संबोधन में उन्होंने इलेक्ट्रो-केमिकल सिस्टम, उन्नत ऑक्सीकरण प्रक्रिया (AOP), प्लांट एक्सट्रेक्ट-आधारित अभिकर्मक, इलेक्ट्रो-कोएगुलेशन और इलेक्ट्रो-ऑक्सीकरण प्रौद्योगिकी जैसी अत्याधुनिक विधियों की उपयोगिता पर जोर दिया।

इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य कपड़ा उद्योगों को जागरूक करना और बढ़ते वैश्विक जल संकट से निपटने के लिए सतत समाधान उपलब्ध कराना था। प्रश्नोत्तर सत्र में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और गहन चर्चाएँ हुईं।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. हितेश जरीवाला (उप निदेशक, मंत्रा) ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रफुल्ल गांधी (सचिव, मंत्रा) ने प्रस्तुत किया।

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