सूरत :  राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से प्रिशा को नया जीवन

जन्मजात खामी का हुआ नि:शुल्क ऑपरेशन, परिवार सरकार का आभारी

सूरत :  राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से प्रिशा को नया जीवन

सूरत ज़िले के बारडोली तालुका के नानी भटलाव गाँव के मूल निवासी और वर्तमान में भेंसुदला गाँव में रहने वाले प्रज्ञेश चौधरी की डेढ़ वर्षीय बेटी प्रिशा का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) के अंतर्गत सफल नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया। जन्म से ही फटे होंठ और तालू (Cleft Lip and Palate) की खामी से जूझ रही प्रिशा का यह ऑपरेशन निजी स्तर पर कराया जाता तो करीब 2 से 3 लाख रुपये का खर्च आता। लेकिन सरकारी योजना से यह उपचार पूर्णत: नि:शुल्क हुआ। इस सफलता ने चौधरी परिवार की चिंताओं को दूर कर खुशियों से भर दिया।

प्रज्ञेश चौधरी ने बताया, “बेटी के जन्म के बाद डॉक्टरों ने खामी की जानकारी दी और महंगे ऑपरेशन की बात कही। उस समय हम टूट गए थे, लेकिन RBSK टीम ने सहयोग और भरोसा दिया कि पूरा खर्च सरकार उठाएगी। इससे हमें बहुत बड़ी राहत मिली।”

RBSK टीम के मार्गदर्शन में प्रिशा का इलाज कामरेज के यू.एन.एम. चिल्ड्रन हॉस्पिटल में किया गया। शुरुआत में वजन और खून की कमी के कारण ऑपरेशन टल गया। टीम की मेडिकल ऑफिसर डॉ. रुनाली कप्तान ने मां को स्तनपान तकनीक और पौष्टिक आहार संबंधी परामर्श दिया। धीरे-धीरे प्रिशा का स्वास्थ्य सुधरा और डॉ. वितराग शाह के मार्गदर्शन में उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आज प्रिशा पूरी तरह स्वस्थ है। माता-पिता ने भावुक होकर सरकार, RBSK टीम और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार जताया।

डॉ. कप्तान ने कहा, “समय पर डायग्नोसिस और उपचार से जन्मजात खामियों वाले बच्चे सामान्य जीवन जी सकते हैं। RBSK जैसी योजना न होती तो कई परिवार इलाज के खर्च के बोझ से दब जाते।”

 क्या है RBSK योजना?

भारत सरकार का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच करता है। जन्मजात खामी या गंभीर बीमारी पाए जाने पर बच्चे का इलाज और ऑपरेशन भी मुफ्त कराया जाता है। गुजरात में इस योजना से अब तक हजारों बच्चों को नया जीवन मिला है और यह कई परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

 

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