सूरत : रोटरी सूरत रिवरसाइड द्वारा 52 शिक्षकों का सम्मान
आउटस्टैंडिंग टीचर अवार्ड समारोह में शिक्षा के महत्व और शिक्षकों की भूमिका पर विशेष प्रकाश
सूरत। सरोष भक्का रोटरी हॉल में आयोजित रोटरी सूरत रिवरसाइड आउटस्टैंडिंग टीचर अवार्ड समारोह में शहर के विभिन्न विद्यालयों के 52 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। शिक्षा क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान को मान्यता देते हुए यह कार्यक्रम भावनाओं और आभार से परिपूर्ण रहा।
क्लब अध्यक्ष गौतम रावल ने कहा, “यह हमारा विनम्र प्रयास है कि हम उन शिक्षकों को सम्मानित करें जिन्होंने विद्यार्थियों के जीवन को संवारने में अद्वितीय योगदान दिया है।”
डिस्ट्रिक्ट लिटरेसी चेयर श्रीमती शर्मिला जैन ने रोटरी इंटरनेशनल की TEACH पहल पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रोटरी द्वारा शिक्षा सशक्तिकरण के लिए चार स्तंभों पर काम किया जा रहा है:
ई-लर्निंग – विभिन्न भाषाओं में सभी कक्षाओं के लिए सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराना।
एडल्ट लिटरेसी – वयस्कों को चार महीने की संरचित शिक्षा देना।
चाइल्ड डेवलपमेंट – विद्यालय छोड़ने वाले बच्चों की संख्या कम करना।
हैप्पी स्कूल्स – बच्चों के लिए आनंदमय और सुरक्षित वातावरण तैयार करना।
रोटरी सूरत रिवरसाइड लिटरेसी चेयर डॉ. प्रशांत कारिया ने TEACHER शब्द को एक सूत्र के रूप में प्रस्तुत करते हुए शिक्षकों की बहुआयामी भूमिका समझाई:
T – Thinks out of the box (नवोन्मेषी सोच)
E – Empathetic (सहानुभूतिपूर्ण)
A – Adapts to change (परिवर्तनशील)
C – Communicates knowledge (ज्ञान संप्रेषक)
H – Holds boundless energy (असीम ऊर्जा)
E – Elevates others (प्रेरणादायी आदर्श)
R – Reshapes lives (जीवन निर्माता)
उन्होंने कहा, “शिक्षक केवल मार्गदर्शक ही नहीं, बल्कि भविष्य के शिल्पकार हैं। उनके बिना समाज अधूरा है।”
पुरस्कार प्राप्त करने वाले एक शिक्षक ने भावुक होकर कहा, “हमारे लिए यह सम्मान किसी गहने से भी अधिक मूल्यवान है। यह हमारे जीवनभर की मेहनत और समर्पण की सच्ची पहचान है।”
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि ज्ञान भविष्य का मार्ग दिखाता है, लेकिन उस मार्ग को रोशन करने वाला दीपक हमेशा शिक्षक ही होता है। रोटरी सूरत रिवरसाइड ने यह स्पष्ट किया कि वह शिक्षकों की गरिमा बढ़ाने और समाज में उनके योगदान को सलाम करने के लिए निरंतर कार्य करता रहेगा।