सूरत नगर निगम का निर्माणाधीन मुख्यालय दिसंबर 2026 तक होगा तैयार
नगरसेवकों ने किया 28 मंजिला ग्रीन बिल्डिंग का दौरा, एक ही जगह मिलेंगे केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालय
सूरत : सूरत नगर निगम के निर्माणाधीन नए मुख्यालय का आज नगरसेवकों और भाजपा पदाधिकारियों ने दौरा किया। रिंग रोड पर पुरानी सेंट्रल जेल की जगह बन रही यह इमारत दिसंबर 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है और दावा किया जा रहा है कि यह न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया में किसी भी नगर निगम का सबसे बड़ा मुख्यालय होगा।
शहर भाजपा अध्यक्ष परेश पटेल ने बताया कि इस इमारत को एक 'छोटा सचिवालय' बनाया जा रहा है, जहां नगर निगम, राज्य और केंद्र सरकार के सभी कार्यालय एक ही जगह पर होंगे। इससे लोगों को सरकारी काम कराने के लिए अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, जिससे उनका समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
इस परिसर में 2,000 कारों और 5,000 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। भवन में पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्षा जल संचयन और पुनर्चक्रण प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, पूरी इमारत की बिजली की खपत को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा पैनल लगाए जाएंगे।
महापौर दक्षेश मावाणी ने कहा कि यह मुख्यालय शहरवासियों के लिए 'वन-स्टॉप सॉल्यूशन' साबित होगा, जहां वे एक ही स्थान पर सभी प्रकार के दस्तावेज प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 28 मंजिला यह इमारत विश्व में सबसे ऊंची नगर निगम की इमारत होगी।
स्थायी समिति के अध्यक्ष राजन पटेल ने बताया कि यह 107 मीटर ऊंची, 28 मंजिला इमारत एक ग्रीन बिल्डिंग होगी। इस परिसर में दो इमारतें होंगी - एक में नगर निगम के सभी विभाग और दूसरी में राज्य और केंद्र सरकार के कार्यालय होंगे। यह परियोजना सूरत के शहरी विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगी।