सूरत में पकड़ी गई अवैध चाइनीज़ लेस फ़ैक्टरी, 2 करोड़ से ज़्यादा का माल ज़ब्त
6 महीने पहले भी हो चुकी थी कार्रवाई, फिर भी जारी था जानलेवा कारोबार
सूरत। उत्तरायण से ठीक पहले, सूरत पुलिस ने एक बार फिर चाइनीज़ लेस के अवैध कारोबार पर नकेल कसी है। सूरत एसओजी ने एक फ़ैक्टरी पर छापा मारकर 2 करोड़ 18 लाख से अधिक का जानलेवा लेस और कच्चा माल ज़ब्त किया है। यह कार्रवाई इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि इसी फ़ैक्टरी पर 6 महीने पहले भी छापा पड़ चुका था।
लगभग छह महीने पहले, 6 अप्रैल, 2025 को सूरत पुलिस ने पांडेसरा के एक प्लॉट में स्थित एंजेल मोनो फिलामेंट कंपनी पर छापा मारा था, जहाँ से 10 लाख का चाइनीज़ लेस और 20 लाख की सामग्री ज़ब्त की गई थी। उस समय 49 कर्मचारियों को गिरफ़्तार भी किया गया था। लेकिन इस कार्रवाई के बावजूद, फ़ैक्टरी के मालिकों ने एक हफ़्ते के भीतर फिर से यह गोरखधंधा शुरू कर दिया।
इस बार की छापेमारी में पुलिस भी हैरान रह गई। जिस फ़ैक्टरी को बंद माना जा रहा था, वहाँ 60 से ज़्यादा मज़दूर चौबीसों घंटे काम कर रहे थे और 10 से ज़्यादा मशीनें लगातार चल रही थीं। इस बार ज़ब्त किया गया सामान पिछली बार से 20 गुना ज़्यादा था।
इस अवैध कारोबार का मालिक कतारगाम का नरेश पटेल है, जबकि इसका प्रोडक्शन मैनेजर प्रमोद मंडल है, जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। प्रमोद मंडल छह महीने पहले भी इसी फ़ैक्टरी में मैनेजर था।
डीसीपी नकुम ने बताया कि इस मामले में न केवल पुलिस कार्रवाई की जाएगी, बल्कि जीएसटी, गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (GPCB), वन विभाग और एफएसएल को भी शामिल किया जाएगा। फ़ैक्टरी द्वारा पर्यावरण और कर कानूनों के उल्लंघन के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि यह अवैध रूप से चल रही थी। यह घटना दिखाती है कि कुछ कारोबारी किस तरह से मुनाफ़े के लिए लोगों की जान को जोखिम में डालने से नहीं डरते।