सूरत : कॉर्पोरेटों के लिए 'राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली' पर संवादात्मक सत्र का आयोजन
एसजीसीसीआई, पीएफआरडीए और फिक्की ने मिलकर किया सत्र; गुजरात निजी क्षेत्र की भागीदारी में अग्रणी
सूरत । दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई), पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) और फिक्की ने शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को सूरत के सरसाना स्थित ‘समहति’ में कॉर्पोरेट्स के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया।
चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण में कहा कि इस सत्र का उद्देश्य कॉर्पोरेट जगत को एनपीएस की संरचना, कर लाभ और दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा के बारे में मार्गदर्शन प्रदान करना है।
पीएफआरडीए के मुख्य महाप्रबंधक सुमित कुमार ने कहा –"एनपीएस केवल एक पेंशन योजना नहीं, बल्कि अनुशासित बचत और वित्तीय सुरक्षा का मज़बूत स्तंभ है।"
पीएफआरडीए की सहायक महाप्रबंधक खुशबू शुक्ला ने एनपीएस के सेवानिवृत्ति लाभों की जानकारी दी, जबकि सीए प्रग्नेश जगशेठ ने कर लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
फिक्की-गुजरात राज्य परिषद प्रमुख बीजू नंबूदरी ने कहा कि एनपीएस एक विश्वसनीय सेवानिवृत्ति योजना के रूप में तेजी से लोकप्रिय हो रही है और कॉर्पोरेट जगत को इसमें सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए।
गौरतलब है कि 14 सितंबर 2025 तक एनपीएस और अटल पेंशन योजना के अंतर्गत कुल राशि 15.77 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच चुकी है और 8.92 करोड़ से अधिक ग्राहक इससे जुड़े हैं। गुजरात निजी क्षेत्र की भागीदारी में अग्रणी राज्य है, जहाँ 3.66 लाख से अधिक ग्राहक और 1,500 से अधिक कॉर्पोरेट पंजीकृत हैं।
इस अवसर पर चैंबर के मानद मंत्री बिजल जरीवाला, मानद कोषाध्यक्ष सीए मितेश मोदी, उद्योगपति और कॉर्पोरेट जगत के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। श्रम कानून समिति अध्यक्ष सोहेल सवानी ने सत्र का संचालन किया।