राजकोट जिले के 1360 आंगनवाड़ी केंद्रों में शुरू हुआ "पोषण मास" उत्सव

नागरिकों को जंक फूड से परहेज़ कर पौष्टिक आहार अपनाने का दिया संदेश

राजकोट जिले के 1360 आंगनवाड़ी केंद्रों में शुरू हुआ

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान "सही पोषण, देश रोशन" को साकार करने के लिए पूरे देश में सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण मास के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में राजकोट जिले के करीब 1360 आंगनवाड़ी केंद्रों पर "पोषण मास" उत्सव की शुरुआत की गई।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के नेतृत्व और महिला एवं बाल कल्याण मंत्री भानुबेन बाबरिया के मार्गदर्शन में राज्य सरकार कुपोषण की रोकथाम और बच्चों व महिलाओं के पोषण सुधार के लिए विभिन्न अभिनव पहल कर रही है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग और सामुदायिक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

राजकोट कलेक्टर डॉ. ओम प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पंचायत, ग्रामीण विकास, श्रम एवं रोजगार सहित विभिन्न विभागों ने पोषण मास को सफल बनाने के लिए अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत की।

अभियान के तहत नागरिकों को मीठा, नमकीन, तैलीय और जंक फूड से परहेज़ करने और पौष्टिक आहार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही "मोटापा मुक्त गुजरात" का संकल्प दोहराया गया। पोषण मास के दौरान नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों की आहार आदतों पर ध्यान देने, बाल पोषण और देखभाल में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने तथा "वोकल फॉर लोकल" जैसे विषयों पर विशेष फोकस किया गया।

ममता दिवस पर स्वास्थ्य विभाग ने कम वजन वाली गर्भवती महिलाओं और टीकाकरण किए गए बच्चों की स्वास्थ्य जांच की। इस दौरान माताओं को पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श दिया गया और बहनों ने "पोषण शपथ" भी ली।

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